पार्टी ने एसआईटी में अभियोजन के निदेशक को टीम का हिस्सा बनाने के लिए के लिए आपत्ति जताई, कहा कि मुख्यमंत्री की कैबिनेट सिट को निर्देश दे रही
वरिष्ठ नेताओं ने सवाल किया कि जिस केस में गोली चलाने के आदेश एसडीएम ने दिए, उस केस में सरदार परकाश सिंह बादल से पूछताछ क्यों की जा रही?
कहा कि एसआईटी ने डीसी को फोन काॅल के बारे में पूर्व मुख्यमंत्री से पूछताछ करके अदालत की अवमानना की, जिसे हाईकोर्ट ने भी बरकरार रखा था
चंडीगढ़/22जून 2021 शिरोमणी अकाली दल ने आज कहा है कि कांग्रेस सरकार यहां उनके आवास पर पांच बार मुख्यमंत्री तथा पार्टी के सरपरस्त सरदार परकाश सिंह बादल से सवाल करने के लिए अनाधिकृत व्यक्ति को तैनात करके कोटकपुरा फायरिंग केस की एसआईटी जांच का फिर से राजनीतिकरण कर रही है।
यहां एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए अकाली दल के वरिष्ठ नेता प्रो. चंदूमाजरा, महेशइंदर सिंह ग्रेवाल तथा डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि एसआईटी द्वारा सरदार बादल से पूछताछ करने के साथ साथ अभियोजन के निदेशक को टीम का हिस्सा बनाने के लिए के लिए कांग्रेस सरकार इस पूरे मामले का राजनीतिकरण करने के लिए आमादा है। उन्होने कहा कि सेवानिवृत्त अधिकारी विजय सिंगला, जो कोई आधिकारिक पद नही रखते , को भी एसआईटी टीम का हिस्सा बनाया गया है तथा डीआईजी सुरजीत सिंह को नही लिया गया है। ‘ अभियोजन पक्ष तभी कदम उठाता है, जब चालान अदालत में पेश किया जाता है। पूर्व निदेशक अभियोजन को एसआईटी टीम का हिस्सा कैसे बनाया जा सकता है’ं। उन्होने इस बात पर जोर देते हुए पूछा कि एसआईब्ी सलाहकार बीआईएस चहल सहित मुख्यमंत्री के कैबिनेट के निर्देशों पर काम कर रही है।
सरदार महेशइंदर सिंह ग्रेवाल ने कहा कि हालांकि सरदार परकाश सिंह बादल ने एसआईटी के साथ सहयोग किया , जैसा कि उन्होने सेहत ठीक न होने के बावजूद किया है, यह बेहद हैरानी की बात है कि पूर्व मुख्यमंत्री पर धारा 307 आईपीसी के तहत दर्ज हत्या के मामले की पूछताछ की जा रही है। उन्होने कहा कि कोटकपुरा गोलीकांड, जिसमें एक व्यक्ति घायल हुआ था, सब डिविजनल मजिस्ट्रेट के आदेश पर हुई थी, जिसने पहले फायर करने के आदेश देने से पहले लाठी चार्ज तथा फिर पानी की बोछारों को इस्तेमाल करने का आदेश दिया था। ‘ इस मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री से पूछताछ करने के बजाय संबंधित एसडीएम से पूछताछ की जानी चाहिए।
सरदार ग्रेवाल ने कहा कि कांग्रेस सरकार