हरसिमरत बादल का इस्तीफा राजनीतिक स्टंट: सुंदर शाम अरोड़ा

Sunder sham arora minister

– दोगली नीति अपना कर शिरोमणि अकाली दल पंजाबियों को और गुमराह नहीं कर सकता
– पंजाब सरकार किसानों के हितों की रक्षा के लिए पूर्ण तौर पर वचनबद्ध
– सोमवार को गांव व शहर स्तर पर कृषि आर्डिनेंस के खिलाफ होंगे रोष प्रदर्शन
होशियारपुर, 18 सितंबर:
पंजाब सरकार की ओर से मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में किसानों के हितों की रक्षा के लिए वचनबद्धता को दोहराते हुए उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री पंजाब सुंदर शाम अरोड़ा ने आज कहा कि शिरोमणि अकाली दल ने केंद्र सरकार के कृषि आर्डिनेंस की हिमायत कर पंजाब व इसके किसानों से धोखा कमाया है व अब हरसिमरत कौर बादल की ओर से केंद्रीय मंत्री मंडल से इस्तीफा देना सिर्फ एक राजनीतिक स्टंट है।
उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में पंजाब सरकार किसानों से कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है व उनके हकों की रक्षा के लिए कोई भी कमी नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि सोमवार को पंजाब के गांव व शहर स्तर पर केंद्र सरकार व कृषि आर्डिनेंस के विरोध में रोष प्रदर्शन किए जाएंगे।
स्थानीय जिला प्रशासकीय कांप्लेक्स में वर्चूअल किसान मेले में आनलाइन शमूलियत के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुंदर शाम अरोड़ा ने कहा कि अपने आप को किसानी की रखवाली पार्टी कहलाने वाली शिरोमणि अकाली दल की लीडरशिप अब चारों तरफ से  घिर चुकी है व कृषि आर्डिनेंस की हिमायत ने इस पार्टी का मौकापरस्ती वाला चेहरा नंगा कर दिया है। उन्होंने कहा कि कृषि आर्डिनेंस के रोष के तौर पर केंद्रीय मंत्रीपद से इस्तीफा हरसिमरत कौर बादल ने अपने राजनीतिक हितों के लिए दिया है जबकि पंजाब के लोग व किसान बहुत समझदार हो चुके हैं और अब अकाली दल दोगली नीति अपनाकर लोगों को गुमराह नहीं कर सकता।
पत्रकारों से पूछे एक सवाल के जवाब में सुंदर शाम अरोड़ा ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल अगर सही मायने में कृषि आर्डिनेंस का विरोधी था तो पार्टी लीडरशिप ने पहले इन किसान विरोधी आर्डिनेंसों का विरोध क्यों नहीं किया। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने मंत्री मंडल की बैठक में जब यह एजेंडे विचार विमर्श किए जा रहे तब इनका विरोध क्यों नहीं किया। उन्होंने कहा कि अकाली दल की ओर से किासनों व किसानी की बात न करने से पार्टी लीडरशिप का दोहर चेहरा सामने आ गया है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने पंजाब के किसानों को भरोसा दिलाया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में पंजाब सरकार किसानों के हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह वचनबद्ध है व हर समय चट्टान की तरह उनके साथ खड़ी है। वर्चूअल किसान मेले संबंधी उन्होंने बताया कि कोविड के कारण इस बार यह मेला अलग-अलग स्थानों पर आनलाइन लगाया गया है, जिसमें पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के माहिरों की ओर से कृषि से संबंधित अलग-अलग विषयों पर विचार चर्चा व किसानों को लाभप्रद जानकारी प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह मेला कोविड की बंदिशों के दौरान किसानों के लिए बहुत लाभप्रद साबित होगा।
इस मौके पर पंजाब उद्योग विकास बोर्ड के वाइस चेयरमैव ब्रह्म शंकर जिंपा, इंप्रूवमेंट ट्रस्ट होशियारपुर के वाइस चेयरमैन एडवोकेट राकेश मरवाहा, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर(विकास) अमित कुमार पंचाल, एस.डी.एम. होशियारपुर अमित महाजन व कृषि विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे।

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