राहुल गांधी पंजाबियों को बताए कि क्या उन्होने बिटटू को संसद के बाहर शांतिपूर्ण शिअद-बसपा विरोध को बाधित करने के लिए नियुक्त किया: डाॅ. दलजीत सिंह चीमा
चंडीगढ़/04अगस्त 2021 शिरोमणी अकाली दल ने आज लुधियाना के कांग्रेस सांसद रवनीत बिटटू की निंदा करते हुए कहा कि उसने अकली महिला सांसद सरदारनी हरसिमरत कौर बादल द्वारा संसद के बाहर किसानों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए किए जा रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान परेशान किया, और कहा कि ऐसा लग रहा था कि बिटटू एनडीए सरकार की कठपुतली बनकर काम कर रहा था।
उन्होने कहा कि ‘‘साफ है कि एनडीए सरकार तीनों खेती कानूनों के खिलाफ शिअद-बसपा सांसदों के लगातार विरोध से लापरवाह है, इसीलिए उन्होने बिटटू का इस्तेमाल पूर्व केंद्रीय मंत्री के साथ दुव्र्यवहार करने के लिए किया गया’’। शिरोमणी अकाली दल के प्रवक्ता ने कहा कि पंजाब के एक साथी सांसद के खिलाफ इस तरह का गलत व्यवहार शोभा नही देता और सभी पंजाबी उसके इस तरह के व्यवहार से व्यथित महसूस कर रहे हैं। समय की मांग है कि किसानों तथा किसान आंदोलन के साथ एकता दिखाई दजाए लेकिन बिटटू ने अपने कार्यों से किसानों को ठेस पहुंचाई है’’।
डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से कहा कि वह पंजाबियों को बताएं कि क्या उन्होने बिटटू को तीनों खेती कानूनों के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध में बाधा डालने के लिए तैनात किया था। उन्होने कहा कि कांग्रेस पार्टी उस समय उजागर हो गई, जब तीनों खेती विधेयकों के लिए मतदान किया जा रहा था , तब पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी स्वयं लोकसभा से अनुपस्थित रहे। डाॅ. चीमा ने कहा कि इसी तरह जब राज्यसभा में मतदान किया जा रहा था तो 33 कांग्रेसी अनुपस्थित थे , जिससे कि विधेयक आसानी से पारित होने की अनुमति दी गई।
अकाली नेता ने बिटटू से पूछा कि वह तीनों खेती विधेयकों के खिलाफ मतदान करने के बाद किसानों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए इस्तीफा देने वाली सरदारनी हरसिमरत कौर बादल से किस मुंह से ऐसे सवाल कर रहे हैं। उन्होने कहा कि इसके एकदम विपरीत बिटटू के साथ साथ कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा बिलों के खिलाफ वोट देने से इंकार कर दिया था। डाॅ. चीमा ने कहा कि ‘‘बिटटू को अपने कार्यों पर शर्म आनी चाहिए तथा अपने आचरण के लिए माफी मांगनी चाहिए’’।