शिरोमणी अकाली दल ने करोड़ों रूपये के नायब तहसीलदार भर्ती घोटाले की सीबीआई यां न्यायिक जांच की मांग की

कहा कि विजिलेंस चुने हुए उम्मीदवारों के चयन के लिए राजनीतिक साजिश वाली जांच करने में सक्षम नही: सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया

पूरी भर्ती प्रक्रिया को रदद करने की मांग की

चंडीगढ़/16नवंबर :-  पूर्व मंत्री और शिरोमणी अकाली दल के वरिष्ठ नेता सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने  पंजाब लोक सेवा आयोग (पीपीएससी) द्वारा किए गए  करोड़ो रूपये के नायब तहसीलदार भर्ती घोटाले का पर्दाफाश करने के लिए सीबीआई यां उच्च न्यायायल के वर्तमान न्यायाधीश की निगरानी में न्यायिक जांच की मांग की है।

यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा ,‘‘विजिलेंस ब्यूरों द्वारा एकत्र किए गए प्रारंभिक साक्ष्य से संकेत मिलता है कि आम आदमी पार्टी सरकार के साथ पीपीएससी दो परीक्षा केंद्रों मूणक और पातड़ां से उम्मीदवारों के चयन को सुनिश्चित करने के लिए एक बड़ी साजिश रची गई थी, चूंकि ये परीक्षा केंद्र मुख्यमंत्री भगवंत मान के गृहजिले से हैं, इसीलिए सतर्कता विभाग आप पार्टी की सरकार के साथ साथ पीपीएससी की संलिप्तता की जांच नही कर पाएगा,क्योंकि इसने चयन प्रक्रिया का समर्थन किया था। उन्होने कहा कि केवल एक स्वतंत्र जांच ही इस घोटाले के सरगनाओं का पदार्फाश कर उनके लिए उचित सजा सुनिश्चित कर सकती है।

सरदार मजीठिया ने इस घोटाले की जांच सीबीआई यां उच्च न्यायालय के एक मौजूदा न्यायाधीश को सौंपने की मांग करते हुए सरदार मजीठिया ने कहा, ‘‘ पेपर में बैठने वाले 70 हजार उम्मीदवार पारदर्शी जांच चाहते हैं और इस तरह की जांच  से हरगिज संतुष्ट नही होंगें’’।

अकाली नेता ने नायब तहसीलदार परीक्षा के लिए आयोजित पूरी भर्ती प्रक्रिया को तत्काल रदद करने की भी मांग की। उन्होने उन कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच करने की मांग की , जिन्होने परीक्षा में मदद की थी ,क्योंकि उनके राजनीतिक आकाओं ने इस गलत काम में शामिल होने का आदेश दिया था। इस जांच से उन्हे उचित रूप से दंडित किया जा सकता है। सरदार मजीठिया ने यह भी मांग की कि कॉपरेटिव सोसाईटियों के निरीक्षकों सहित अन्य परीक्षाएं पारदर्शी तरीके से आयोजित की जानी चाहिए।

सरदार मजीठिया ने आप पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल से यह बताने को कहा कि वह गुजरात और हिमाचल प्रदेश में किस ‘बदलाव’ का प्रचार कर रहे हैं। ‘‘ श्री केजरीवाल गुजरात में प्रचार कर रहे हैं कि राज्य में भर्ती पत्र लीक हो गए हैं, जबकि पंजाब में  चुने हुए उम्मीदवारों को परीक्षा प्रणाली में जीएसएम उपकरणों सिम कार्ड और ब्लू टूथ ईयरप्लग प्रदान किए जा रहे हैं ताकि वे विशेषज्ञों द्वारा प्रसारित किए गए प्रश्नों के  उत्तरों का जवाब दे सकें। उन्होने  कहा कि इससे उन उम्मीदवारों का चयन हुआ, जो पहले पटवारियों और यहां तक कि सफाईकर्मियों के संचालन के लिए आयोजित पेपर तक में फेल हो गए थे’’।

अकाली नेता ने प्रभावित छात्रों को आश्वासन दिया कि वे आम आदमी पार्टी की सरकार को घोटालों पर पर्दा नही डालने देंगें। उन्होने कहा, ‘‘ उन्होने  जब घोटाला सामने आया तब शिरोमणी अकाली दल ने सबसे पहले 10 अक्टूबर को प्रभावित उम्मीदवारों के साथ एकजुटता व्यक्त की थी,कहा कि पार्टी  मामले में न्याय सुनिश्चित करने के लिए सहायता करना जारी रखेगा ।

 

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