चंडीगढ़/02नवंबर: शिरोमणी अकाली दल ने आज मुख्यमंत्री भगवंत मान से वे पत्र दिखाने की मांग की जो पूर्व मुख्यमंत्री सरदार परकाश सिंह बादल ने कथित तौर पर केंद्र को लिखे थे, जब वह इमरजेंसी के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए जेल में थे और सतलुज यमुना लिंक (एसवाईएल) नहर के निर्माण को आगे बढ़ाने के लिए लिखा था यां उन्हे तत्काल माफी मांगनी चाहिए।
यहां एक प्रेस काफं्रेस को संबोधित करते हुए अकाली दल के लीगल विंग के अध्यक्ष सरदार अर्शदीप सिंह कलेर ने कहा ,‘‘ यह स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री ने लुधियाना में एसवाईएल और अन्य मुददों पर तथाकथित बहस के दौरान अपनी आधिकारिक क्षमता में एक सफेद झूठ बोला । उन्होने कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार को इस आरोप का साबित करना चाहिए यां पूर्व मुख्यमंत्री की छवि खराब करने की कोशिश करने के लिए माफी मांगनी चाहिए।
अकाली दल के लीगल सेल के अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा कल बोला गया यह एकमात्र झूठ नही है। उन्होने कहा, ‘‘ श्री भगवंत मान ने दावा किया कि सरदार बादल ने हरियाणा के बालासर गावं में उनकी जमीन तक पानी पहुचंाने के लिए एक छोटी नहर बनाने के बादले भाखड़ा मेन लाइन (बीएमएल) की उंचाई बढ़ा दी थी’’। अकाली नेता ने कहा कि यह सच से कोसों दूर है उन्होने बताया,‘‘ बानी नहर जो बालासर और आगे अन्य क्षेत्रों तक पानी ले जाती है, बीएमएल सिंचाई प्रणाल का हिस्सा है और 1955 में बनाई गई थी, जबकि बीएमएल की उंचाई 1998 में गाद भरने के लिए बढ़ाई गई थी’’।
सरदार कलेर ने यह स्वीकार करने के लिए भी मुख्यमंत्री की निंदा की कि उन्होने अपने राजस्थान और हरियाणा समकक्षों को पत्र लिखकर पूछा था कि क्या उन्हे पंजाब से अधिक पानी की आवश्यकता है। उन्होने कहा कि जल नियमन का अधिकार बीबीएमबी को है न कि पंजाब सरकार को। उन्होने कहा, ‘‘ यह स्पष्ट है कि ये पत्र आप संयोजक अरविंद केजरीवाल की दोनों राज्यों को पंजाब का अधिक पानी जारी करने की गारंटी के अनुरूप राजस्थान और हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनावों में दिखाने के मकसद से लिखे गए थे।
अकाली दल के कानूनी विंग के अध्यक्ष ने तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश करने और बादल परिवार के स्वामित्व वाली बस कंपनियों के कई रूट बंद करने का श्रेय लेने के लिए मुख्यमंत्री की निंदा की है। उन्होने कहा कि सच्चाई तो यह है कि यह फैसला सुप्रीम कोर्ट ने लिया है और पंजाब सरकार के बस रूट भी बंद कर दिए गए हैं।
यह साबित करने के लिए कि आप सरकार ने एसवाईएल मुददे पर पंजाब को धोखा दिया है एक दस्तावेज की मांग करने के लिए आप प्रवक्ता मलविंदर कंग की निंदा करते हुए सरदार कलेर ने इस अवसर पर चार दस्तावेज जारी किए। इसमें आप सरकार की हालिया दलील शामिल है कि वह एसवाईएल बनाना चाहती है, लेकिन विपक्ष के विरोध के साथ साथ पूर्व मुख्यमंत्री सरदार परकाश सिंह बादल द्वारा किसानों को एसवाईएल की जमीन वापिस लौटाने के कारण विवश है। उन्होने एक दस्तावेज दिखाया जिसमें आप सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि हरियाणा को पानी मिलना चाहिए और उसे इस पर कोई आपत्ति नही है। उन्होने यह साबित करने के लिए कागजात भी दिखाए कि पंजाब के महाधिवक्ता कार्यालय ने 4 अक्टूबर को एसवाईएल में पंजाब के मामले का बचाव नही किया और साथ ही यह भी दिखाया कि कैसे पंजाब सरकार प्रशासनिक कार्रवाई करके एसवाईएल सर्वेक्षण की तैयारी कर रही है।
सरदार कलेर ने आप पंजाब के सांसद संदीप पाठक की आॅडियों रिकाॅर्डिंग भी सुनाई, जिसमें पाठक ने हरियाणा को एसवाईएल के पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने की वकालत की , केजरीवाल का यह बयान है कि वह एसवाईएल के पानी पर हरियाणा के अधिकार के पक्ष में खड़े हैं और आप हरियाणा के अध्यक्ष सुशील अग्रवाल का यह बयान की पार्टी सुनिश्चित करेगी कि यदि पार्टी 2024 में सत्ता में आई तो पानी हरियाणा के कोने-कोने तक पहुंचेगा’’।