कहा कि जेल मंत्री द्वारा अनचाहे तत्वों को दिए गए सरंक्षण से राज्य में जेल प्रशासन पूरी तरह से चरमरा गया: सरदार महेशइंदर सिंह ग्रेवाल
चंडीगढ़/15सितंबर 2021 शिरोमणी अकाली दल ने जेल मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा को गलत तत्वों को सरंक्षण देने के कारण तत्काल बर्खास्त करने की मांग की है, जैसे कि आज लुधियाना की घटना में देखा गया कि राज्य में जेल प्रशासन पूरी तरह से चरमरा गया है।
यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए सरदार महेशइंदर सिंह ग्रेवाल ने कहा कि लुधियान सेंट्रल जेल में आज एक दो गिरोहों में सरेआम झड़प देखी गई, जिसके कारण कई कैदियों को गंभीर चोटें आई हैं। ‘‘ दो गुटों के बीच पत्थरबाजी की जाने की खबरें मिली हैं’’। उन्होने कहा कि लुधियाना जेल में इस तरह की झड़पे होने का यह पहला उदाहरण नही है। इससे पहले भी गुटों की लड़ाई में चार कैदियों को चोट लगी थी, जबकि एक विचाराधीन मारा गया था तथा पुलिस कर्मियों और कैदियों की झड़प में दस अन्य घायल हो गए थे’’।
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इस बात पर जोर देते हुए कि राज्य की जेलों में यह स्थिति जेल मंत्री द्वारा अवांछनीय तत्वों को दिए गए सरंक्षण का ही प्रत्यक्ष परिणाम है। सरदार महेशइंदर सिंह ग्रेवाल ने विस्तार से बताया कि कैसे कुख्यात गैंगस्टर जग्गू भगवानपुयिा को पंजाब की जेलों में उनके कार्यकाल के दौरान वीआईपी ट्रीटमेंट दिया गया था। ‘‘ उत्तर प्रदेश के डाॅन मुख्तिार अंसारी का भी ऐसा ही मामला था , जिसे दो साल से अधिक समय के लिए ऐशो आराम से रोपड़ जेल में रखा गया था’’।
सरदार ग्रेवाल ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है कि पंजाब की जेलों में विचाराधीन कैदियों पर सभी पाबंदियों को हटा दी गई हैं। ‘‘ मोबाइल फोन और नशा नियमित रूप से जेलों में पाए जा रहे हैं, तथा सब कुछ एक कीमत पर कैदियों के लिए उपलब्ध है’’। उन्होने कहा कि इसके अलावा पंजाब की जेलों को अब अपहरण, जबरन वसूली और यहां तक कि टारगेट किलिंग की योजना बनाने के लिए गैंगस्टरों के लिए सुरक्षित पनाहगाह के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। ‘‘ यह सब लोग जानते हैं , लेकिन जेल मंत्री इस स्थिति में सुधार करने के लिए कोई सक्रिय कार्रवाई करने में विफल रहे हैं’’।
अकाली नेता ने कहा कि यह भी सच है कि श्री सुखजिंदर रंधावा के पास जेल प्रशासन के लिए कोई समय नही है, क्योंकि वे शीर्ष पद के लिए आंतरिक विवाद में व्यस्त थे। श्री ग्रेवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री रंधावा को जेल विभाग से तुरंत हटाकर, राज्य में जेलों में व्यवस्था लोने के लिए तत्काल सुधारात्मक कदम उठाएं’’।