त्रासदी के लिए जि़म्मेदारी तय करें और मामले की उच्च स्तरीय जांच की की मांग
मुख्यमंत्री अपने फार्म हाऊस में ही न बैठे रहें बल्कि आगे बढ़ नेतृत्व करें : बिक्रम सिंह मजीठिय
जोर दे कर कहा कि सेहत मंत्री बलबीर सिद्धू को अब एक दिन भी ओर पद पर बने रहने का हक नहीं,
उन को तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए
चंडीगढ़ , 24 अप्रैल , 2021
शिरोमणी अकाली दल ने आज अमृतसर के एक अस्पताल में आक्सीजन की कमी कारण छह कोरोना मरीजों की मौत होने पर गहरा दुख प्रकट किया और माँग की कि इस त्रासदी के लिए जि़म्मेदारी तय की जाए और पार्टी ने राज्य को कयामत और निराशा की तरफ धकेलने के लिए कांग्रेस सरकार की निंदा की।
यहां जारी किए एक बयान में पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने यह भी माँग की कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह पंजारबियों को बताएं कि उन्होंने कोरोना की दूरी लहर बारे आगामी चेतावनियां मिलने के बावजूद भी सारा प्रबंध ठीक क्यों नहीं किया और आक्सीजन सहूलतें, वेंटिलेटर और आई.सी.यू. आदि का इंतज़ाम क्यों नहीं किया। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि मुख्य मंत्री आगे हो कर नेतृत्व करने में नाकाम रहे हैं। जब राज्य जल रहा है तो वह अपने फार्म हाउस पर आराम फऱमा रहे हैं।
श्री मजीठिया ने कहा कि सेहत मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू बारे जितनी कम बात की जाए उतनी अच्छी है। उन्होंने कहा कि सेहत मंत्री तो सूबो में महामारी बढऩे कारण राज्य में पैदा हो रही स्थिति से ही अनजान बने हुए हैं। वह सब कुछ फेल कर रहे हैं चाहे सरकारी अस्पतालों की अपग्रेडेशन हो, कोरोना मरीज़ों के लिए विशेष संभाल केंद्र हों, वैंटीलेटरों की संख्या बढानी हो और महीनों से केंद्र से मिले वेंटिलेटर पैकड ही पड़े रहने या फिर आई सी यू की संख्या बढानी हो, कुछ भी नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि नीलकंठ अस्पताल अमृतसर में कल रात घटे हादसे के लिए बलबीर सिद्धू सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि उनको एक ओर दिन भी ओहदे पर बने रहने का कोई हाथ नहीं है और उनको तुरंत बर्खास्त कर देना चाहिए। इस दौरान सीनियर अकाली नेता ने मुख्य मंत्री को कहा कि वह कल रात छह कोरोना मरीज़ों की मौत होने के मामले की उच्च स्तरीय जांच के हुक्म जारी करें। उन्होंने मुख्य मंत्री को यह भी कहा कि वह प्रशासन को सभी सरकारी और प्राईवेट अस्पतालों में मैडीकल ग्रेड आक्सीजन बी सप्लाई यकीनी बनाने के लिए तुरंत हिदायतें जारी करें।
श्री मजीठिया ने कहा कि हमें कोरोना मरीज़ों को ओर राहत देने के लिए ओर काम करने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि हमें राज्य भर से डरावनीं कहानियां सुनने को मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि आक्सीजन की कमी के इलावा मरीजों को जीवन बचाने दवाएँ जैसे टोकलीजुमब, इटोलीज़ुमब और रैमेडिसवीर आदि नहीं मिल रही। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में तो आम दवाएँ भी नहीं मिल रही।
श्री मजीठिया ने कांग्रेस सरकार के इस दावो की भी निष्पक्ष जांच की माँग की कि उसने पिछले एक साल दौरान कोरोना के साथ निपटने के लिए अस्पतालों की अपग्रेडेशन पर 1000 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने सचमुच ऐसा किया होता तो फिर अनदेखी कारण हज़ारों लोगों की जान न जाती और पंजाब में मौत दर देश में सबकी अपेक्षा ज़्यादा न होती। उन्होंने माँग की कि सरकार अस्पतालों में बैंड सहूलतों में विस्तार करे, अस्पतालों में आक्सीजन की उचित सप्लाई की जाए, वैंटीलेटरों की संख्या बढाई जाए और आई सी यू सहूलतें को भी चुस्त ठीक किया जाए।