कहा कि सिद्धू को शीर्ष पद पर बैठाकर कांग्रेस पंजाबियों के साथ धोखाधड़ी कर रही, जैसा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पवित्र गुटका साहिब पर झूठी शपथ लेकर किया: डाॅ. दलजीत सिंह चीमा
सिद्धू पंजाबियों को बताए कि वह लोगों से किए वादों को कब पूरा करेगा तथा यह बताए कि वह रेत माफिया को सरंक्षण क्यों दे रहा
चंडीगढ़/22जुलाई 2021 शिरोमणी अकाली दल ने आज कहा है कि कांग्रेस आलाकमान ने पहले ही स्वीकार कर लिया था कि उनकी सरकार ने पंजाबियों को बुरी तरह निराश किया है तथा अब वह पंजाब इकाई में नया चेहरा लाकर अपने खराब प्रदर्शन को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं।
डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने यह लोगों के साथ धोखाधड़ी बताते हुए कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पवित्र गुटका साहिब पर झूठी शपथ खाकर पंजाबियों को धोखा दिया था, अब पंजाबी इस धोखाधड़ी के खेल को हरगिज सफल नही होने देंगें।
डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि ‘‘यह सच है कि कांग्रेसी विधायकों ने पार्टी आलाकमान से कहा कि वे गांवों में नही जा पाएंगे , क्योंकि राज्य सरकार ने जनता से किए गए किसी भी वादे को पूरा नही किया है। हाईकमान ने 19 प्वाइंट टू डू लिस्ट सौंपकर इस विफलता को स्वीकार किया। इसके साथ नवजोत सिद्धू को कैप्टन अमरिंदर सिंह के खराब प्रदर्शन के कारण प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त किया गया’’।
डाॅ. चीमा ने कहा कि इस तरह की घटिया राजनीतिक चालों से पंजाबी जरा भी प्रभावित नही होंगें । उन्होने कहा कि नवजोत सिद्धू कांग्रेस सरकार के खराब प्रदर्शन का ही अभिन्न हिस्सा रहे हैं। ‘‘ सिद्धू आधे कार्यकाल के लिए सरकार में मंत्री थे। उन्हे पहले लोगों की भलाई के लिए कुछ भी न करने के लिए अपनी विफलता को स्वीकार करना चाहिए। उन्होने कहा कि सिद्धू को पंजाबियों को बताना चाहिए कि उनकी सरकार और पार्टी के वादे के अनुसार 85 हजार करोड़ रूपये का खेती कर्जा माफी कब मिलेगी। उन्हे यह भी बताना चाहिए कि युवाओं को 25 लाख नौकरियां कब दी जाएंगी , कांग्रेस के कार्यकाल के चार गुणा कार्यकाल के बावजुद नशे का उन्मूलन नही किया गया है, उद्योगों को 5 रूपये प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली कब मिलेगी और राज्य कर्मचारियों की मांगें कब मानी जाएंगी’’।
डाॅ. चीमा ने कहा कि सिद्धू को सार्वजनिक जीवन में बोलने का शौकीन है, लेकिन उनके मुख्य समर्थकों में रेत तथा शराब माफिया के सरगना हैं , चाहे वह दर्शन बराड़, कुलबीर जीरा हो यां मदन लाल जलालपुर हैं। अकाली नेता ने सिद्धू से पूछा कि क्या वह मुख्यमंत्री को मुकेरियां में जंगल की जमीन पर स्टोन क्रशर लगाने के लिए दर्शन बराड़ के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहेंगें। इसके अलावा उन्होने अवैध रूप से लगाई गए सोर्सिंग मेटिरियल पर लगाए गए डेढ़ सौ करोड़ रूपये के जुर्माने का भुगतान करने से इंकार कर दिया। ‘‘ दर्शन बराड़ अभी दो दिन पहले आपकी तरफ थे तथा यह देखना है कि आप पंजाबियों का समर्थन कर मुख्यमंत्री से उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहते हैं यां फिर रेत माफिया को सरंक्षण देते हैं’’।
अकाली नेता ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि जहां कांग्रेसी कल सिद्धू की पदोन्न्ति पर जश्न मना रहे थे, वहीं श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज के बेअदबी के मामले में चारों आरोपियों को जमानत दे दी गई, क्योंकि कांग्रेस सरकार ने मामले की ठीक से निगरानी नही की। ‘‘ यह कांग्रेस पार्टी का असली चेहरा है’’, कांग्रेस को बेअदबी के मुददे पर नकेल कस दोषियों को पकड़ने के बजाय, तुच्छ राजनीति में ज्यादा दिलचस्पी है।
कंाग्रेस पार्टी से यह बताने को कहा कि पंजाबियों को हुए नुकसान की जिम्मेदारी कौन लेगा, डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों ही पंजाबियों को धोखा देने के लिए मिलीभगत में काम कर रही हैं। ‘‘ आप , कांग्रेस पार्टी की बी-टीम के रूप में काम कर रही है, वास्तव में वह पंजाबी विरोधी एजेंडे का पालन कर रही है, चाहे वह नदी के पानी का मुददा हो, चाहे पराली जलाने का यां फिर पंजाब में थर्मल प्लांटों को बंद करने के लिए मजबूर करने का हो ’’।
डाॅ. चीमा ने तीनों खेती कानूनों को रदद करने की मांग करते हुए कहा कि एनडीए सरकार को किसानों की मांग को दरकिनार कर तानाशाही बर्ताव नही करना चाहिए। उन्होने कहा कि केंद्र सरकार खेती क्षेत्र में दखल देकर देश के संघीय ढ़ांचे को तबाह कर रही है और अब संसद में एक नए बिजली विधेयक का प्रस्ताव लाकर राज्य में बिजली उपभोक्ताओं पर नियंत्रण लेने का फैसला कर रही है।