नवजोत सिद्धू ने विधानसभा में पंजाबियों को धोखा दिया: शिरोमणी अकाली दल

कहा कि न तो ठोको ताली कांग्रेस और न ही कांग्रेस अमरिंदर लोगों की समस्याओं को लेकर गंभीर है, इसीलिए उन्होने विधानसभा सैशन का विस्तार नही किया: सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया
चंडीगढ़/03सितंबर 2021 शिरोमणी अकाली दल के विधायकों ने आज कहा है कि पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिद्धू और उनकी टीम ने विधानसा स्थगित करने के प्रस्ताव के खिलाफ मतदान करने से इंकार करते हुए पंजाबियों के साथ विश्वासघात किया है, जिससे साबित होता है कि वे लोगों के मुददे उठाने में नही बल्कि केवल अपनी छोटी मोटी महत्वकांक्षाओं को पूरा करने में रूचि रखते हैं।
यहां एक बयान जारी करते हुए सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि जब संसदीय कार्य मंत्री ब्रहम मोहिंद्रा ने सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगिम करने का प्रस्ताव पेश किया तो केवल शिरोमणी अकाली दल के विधायकों ने मत विभाजन के बारे में कहा।
उन्होने कहा कि प्रस्ताव का विरोध करने का मौका मिलने के बावजूद नवजोत सिद्धू ने ऐसा नही किया। ‘ न ही कांग्रेस के कई मंत्रियों ने , जो कह रहे थे कि उन्होने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर पर से विश्वास खो दिया है’’। उन्होने कहा कि अगर सिद्धू के साथ साथ उनके साथ जुड़े विधायक लोगों के मुददों को उठाने के बारे में गंभीर थे तो उन्होने इस प्रस्ताव का विरोध किया होता तो सैशन का विस्तार हो जाता।
सरदार मजीठिया ने कहा कि राज्य के ज्वलंत मुददों पर चर्चा के लिए सत्र का विस्तार करने से इंकार करने पर कांग्रेस पार्टी ने साबित कर दिया है कि न तो ठोको ताली कांग्रेस , नही कांग्रेस अमरिंदर पंजाब यां इसकी समस्याओं को लेकर गंभीर हैं। ‘‘ वास्तव में ऐसा लगता है कि वे एक निश्चित मैच खेल रहे हैं, तथा लोगों का सामना करने से भाग रहे हैं’’।
कांग्रेस पार्टी बार बार लोगों को मुर्ख बनाने की कोशिश न करे, कहते हुए अकाली नेता ने कहा कि ‘‘ हमने पहले भी मांग की है नवजोत सिद्धू और उनका ग्रूप मुख्यमंत्री के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएं तथा उसे पूरा समर्थन देन का आश्वासन दिया था। हमने ऐसा इसीलिए कहा था क्योंकि यह सरकार लोगों की जरूरतों के प्रति संवेदनहीन है और इसने समाज के प्रत्येक वर्ग के साथ विश्वासघात किया है। किसानों को पूर्ण कर्जा माफी नही मिली। आत्महत्या पीड़ित परिवारों को नौकरी नही मिली। नौजवानों यां कमजोर वर्गों से किया कोई भी वादा पूरा नही किया गया। सरकारी कर्मचारियों को लगातार नुकसान उठाना पड़ रहा है, लेकिन सरकार इन सबसे बेखबर है। अविश्वास प्रस्ताव पेश करने में नाकाम रहने से सिद्धू ने साबित कर दिया है कि वह इस नाकाम सरकार का अभिन्न अंग हैं और किसी भी तरह की नौटंकी किसी भी वादे को लागू न करने में नाकाम रहने से पंजाबियों को धोखा नही दे सकते। उन्होने सिद्धू पर व्यंग्य करते हुए कहा कि वे आज विधानसभा सत्र में तीन रूपये प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली उपलब्ध कराने सहित उनके द्वारा ऐलान किए गए किसी भी वादे को प्राप्त कर पूरा करने में नाकाम रहे हैं।

 

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