चंडीगढ़/31दिसंबर 2021
शिरोमणी अकाली दल ने आज भारतीय जनता पार्टी द्वारा दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रबंधन को अपने कब्जे में लेने की भारतीय जनता पार्टी की कोशिश को सिख समुदाय के धार्मिक मामलों में सीधा हस्तक्षेप करार दिया।
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यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए अकाली दल के वरिष्ठ नेताओं बलविंदर सिंह भूंदड़, प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा तथा डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि स. मनजिंदर सिंह सिरसा द्वारा दिल्ली सिख गुरुद्वारा कमेटी के अध्यक्ष के तौर पर अपना इस्तीफा वापिस लेने का फैसला भाजपा के कहने पर लिया गया है तथा भाजपा ही धार्मिक संस्था पर कब्जा करने की कोशिश कर रही है।
सिरसा द्वारा इस्तीफा देने के बाद भाजपा में शामिल होने के बाद फिर से दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी का अध्यक्ष बनने की कारईवाई अनैतिक करार देते हुए वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि सिख पंथ इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नही करेगा।इन नेताओं ने कहा कि यह कदम गैरकानूनी तथा गैर संवैधानिक है। उन्होने कहा कि सिरसा ने पिछली कमेटी से इस्तीफा दे दिया था तथा आप ही नई कमेटी का गठन का रास्ता साफ किया था। उन्होने कहा कि नई कमेटी का गठन जो कुछ ही महीने पहले चुनाव मुकम्मल होने के बाद पहले ही लटक रहा है। उन्होने कहा कि नई कमेटी का गठन होने देने की जगह सिरसा को भाजपा की हिमायत से दिल्ली सिख गुरुद्वारा कमेटी पर जोर डाला जा रहा है।
अकाली दल ने कहा कि भाजपा को इस तरह की बेइमान राजनीति से कोई लाभ नही होगा। उन्होने कहा कि इसके विपरीत सिख समुदाय पार्टी से टूट जाएगी।उन्होने कहा कि भाजपा को सिरसा जैसे लोगों द्वारा दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी प्रबंधन पर नियंत्रण करने के ऐसे प्रयासों को तुरंत बंद कर देना चाहिए।