स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिद्धू को बर्खास्त करने और वैक्सीन और फतेह किट घोटाले की सीबीआई जांच की मांग की
चंडीगढ़/09जून 2021 शिरोमणी अकाली दल ने आज घोषणा की है कि वह वैक्सीन और फतेह किट घोटालों की सीबीआई जांच के अलावा स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिद्धू को तत्काल बर्खास्त करने की मांग के लिए 15 जून को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के सरकारी आवास के सामने ‘धरना’ देगा।
शिरोमणी अकाली दल ने मांग की कि राष्ट्रीय राजमार्गों के लिए राज्य में अधिग्रहीत की जा रही जमीन का किसानों को विस्थापित मुआवजा देने बाजार भाव दिया जाना चाहिए। उन्होने कहा कि अगर सरकार ने नीति में संशोधन नही किया , तो पूर्ववर्ती अकाली-भाजपा सरकार की नीति के अनुसार किसानों को मुआवजा नही दिया गया तो वह एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट के लिए किसानों का विरोध प्रदर्शन में पूरा समर्थन देगा।
यहां इस बात का खुलासा करते हुए डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल 15 जून को मुख्यमंत्री के आवास पर सांकेतिक ‘धरने’ की अगुवाई करेंगे, तथा इस विरोध प्रदर्शन में कोर कमेटी और पीएसी के सदस्य, विधायकों , पूर्व विधायकों, विधानसभा हलका प्रभारी, जिला अध्यक्षों और युवा अधिकारियों तथा पदाधिकारियों सहित पार्टी की वरिष्ठ लीडरशीप भाग लेगी।
पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि वैक्सीन घोटाले के साथ साथ फतेह किट घोटाले ने पंजाबियों की आत्मा को हिलाकर रख दिया है, वे इस बात से हैरान है कि इस महामारी के दौरान एक चुनी हुई सरकार और उसके सदस्य लोगों से मुनाफा कमा रहे हैं। उन्होने कहा कि हालांकि वैक्सीन घोटाले में कांग्रेस सरकार ने अपनी गलती स्वीकार की है,जिसमें निजी अस्पतालों को मोटी कमाई कर वैक्सीन बेची और भारी पैसे वसूल करने की अनुमति दी गई , तथा किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नही की गई। कैप्टन अमरिंदर सिंह स्वास्थ्य मंत्री को बर्खास्त करने के बजाय उन्हे बचा रहे हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह इस मामले में शिरोमणी अकाली दल द्वारा शांतिपूर्ण तथा लोकतांत्रिक विरोध प्रदर्शन करने के लिए वरिष्ठ अकाली नेताओं के खिलाफ मामले दर्ज कर उन्हे चुप्प कराने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होने कहा कि इस तरह के हथकंडों से अकाली दल की आवाज को दबाया नही जा सकता और घोटाले के लिए दोषी लोगों पर मुकदमा दर्ज न होने की स्थिति में अकाली दल आंदोलन को और ज्यादा तेज करेगा।
डाॅ. चीमा ने कहा शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने फतेह किट घोटाले का भी पर्दाफाश किया , जिसमें कोविड मरीजों को दी जाने वाली मेडिकल किट के लिए एक के बाद एक 800 रूपये से लेकर 1400 रूपये प्रति किट के लिए टेंडर आमंत्रित किया गया। उन्होने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है ग्रेंडवे कंपनी जिसके पास लाइसेंस भी नही था उसे टेंडर दिया गया था, के खिलाफ कांग्रेस सरकार ने कोई भी कार्रवाई करने से इंकार कर दिया ।