Delhi: 29 JAN 2024
एक भारत श्रेष्ठ भारत (ईबीएसबी) कार्यक्रम के हिस्से के रूप में लगभग 100 युवा विद्यार्थियों ने आज ओरोविल, पुद्दुचेरी में इमर्सिव लर्निंग का अपना भ्रमण प्रारंभ किया। भारत के विभिन्न भागों से उत्सुकता और खुशी के साथ ट्रेन में 3 दिनों की यात्रा करते हुए विद्यार्थियों ने ओरोविल फाउंडेशन के भारत निवास परिसर से अपना भ्रमण प्रारंभ किया।
ओरोविल में मौजूद सामूहिक मौन को महसूस करने और एकाग्रता के बाद विद्यार्थियों का स्वागत ओरोविल के विभिन्न कार्यकारी समूहों ने किया। भाग लेने वाले प्रत्येक संस्थान के एक विद्यार्थी के साथ दीप प्रज्ज्वलित करते हुए उद्घाटन भाषण फाउंडेशन के सचिव डॉ. जयंती एस. रवि ने दिया। स्वयं शिक्षाविद् रहीं डॉ. जयंती एस. रवि ने विद्यार्थियों के साथ इंटरैक्टिव सत्र में साझा किया कि किस तरह ओरोविल में नई शिक्षा नीति (एनईपी) और इंटीग्रल एजुकेशन की सिफारिशों का पालन किया जाता है।
अधिकतर विद्यार्थी श्री अरबिंदो तथा द मदर के दर्शन और कार्यों से अवगत थे। श्री अरबिंदो के पांच सपनों, ओरोविल के लिए मदर और ग्नोस्टिक सोसाइटी के विजन को साझा करते हुए इस बात पर बल दिया गया कि विद्यार्थी अपने सपनों को पूरा करने के लिए किस प्रकार प्रेरित और फोकस रह सकते हैं।
विद्यार्थियों के साथ ओरोविल द्वारा अब तक की गई प्रगति तथा मानवता और विश्व के लिए किए जाने वाले कार्यों सहित आगे के मार्ग तथा परिवर्तन के प्रबंधन या प्रबंधन की आवश्यकता के बारे में विचार साझा किया गया।
प्रश्नोत्तर सत्र में विद्यार्थियों ने आध्यात्मिक और भौतिकवादी आवश्यकताओं के संतुलन के तरीकों, ओरोविल में सरकार की भूमिका, एक शहर के रूप में ओरोविल की अन्य शहर से भिन्नता और स्वयं के समर्पण सहित जैसे विषयों पर संसाधन व्यक्तियों के साथ बातचीत की।
उन्होंने यात्राओं और संवाद के साथ ओरोविल की अपनी समझ को प्रगाढ बनाया। शाम को साधना वन की यात्रा अधिकांश लोगों के लिए गहरा मर्मस्पर्शी अनुभव था क्योंकि यह सद्भाव और शांतिपूर्ण जीवन जीने के एक तरीके की संभावना और आध्यात्मिकता के सार तथा इंटीग्रल एजुकेशन और योग की क्षमता को वास्तव में एकीकृत करने वाली प्रगति से जुड़ा था।
शिक्षा मंत्रालय ने एनईपी, जी -20 नेताओं की घोषणा, श्री अरबिंदो की 150वीं जयंती तथा एक भारत श्रेष्ठ भारत के अंतर्गत आने वाले विषयों के लिए शैक्षिक-सह-सांस्कृतिक भ्रमण की प्रासंगिकता पर बल देने के लिए इस कार्यक्रम को प्रारंभ किया है। कार्यक्रम की परिकल्पना एक भारत श्रेष्ठ भारत (ईबीएसबी) के अंतर्गत अरबिंदो सर्किट प्रारंभ करने के केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास तथा उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान के सुझाव के बाद की गई। इस पहल का बल युवाओं को आध्यात्मिकता तथा श्री अरबिंदो के दर्शन और इंटीग्रल एजुकेशन के व्यावहारिक कार्यान्वयन को उजागर करने पर होगा, ओरोविल उस दिशा में एक विशिष्ट प्रयोग है। शिक्षा मंत्रालय का स्वायत्त संगठन ओरोविल फाउंडेशन कार्यक्रम आयोजित करेगा।