कोरोना को रिमोट से कंट्रोल करने की बजाय जमीनी हालात का जायजा लें

Procurement by govt agencies at MSP to continue: Centre

मुख्यमंत्री फार्महाउस से कोविड-19 महामारी को रिमोट से कंट्रोल करने की बजाय जमीनी हालात का जायजा लें: सरदार सुखबीर सिंह बादल

कहा कि मुख्यमंत्री ने कोई सबक नही सीखा, ऑक्सीमीटर के बारे दुष्प्रचार कर रहें है लेकिन अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति नही कर रहे हैं

कहा कि बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिद्धू स्थिति को नियंत्रित करने में अपनी विफलता को स्वीकार करने की बजाय पंजाबियों की जीवन शैली को देश में उच्चतम मृत्यु दर को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं

चंडीगढ़/11सिंतबर: शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज कहा कि कांग्रेस सरकार के साथ कोविड-19 महामारी को संभालने में बुरी तरह विफल रही है, यहां तक कि उन्होने कैप्टन अमरिंदर सिंह से कहा कि उन्हे अपने फार्म हाउस की आरामगाह से रिमोट से इसे नियंत्रित करने की बजाय जमीनी हकीकत का जायजा लेना चाहिए।

उन्होने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि पंजाब ने महाराष्ट्र और गुजरात को 2.150 हताहतों के साथ 2.95 फीसदी की मृत्यु दर दर्ज करके पार कर लिया है, अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि अन्य राज्यों में वरिष्ठ नेता इस संकट से जूझने के लिए प्रभावित क्षेत्रों में डेरा डालकर बैठे हुए थे। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह हालांकि समस्या का समाधान करने की बजाय आने वाली मौतों के बारे आंकड़ा को तोड़ मरोड़ कर बताने में विश्वास करते हैं। उन्होने कहा कि यह वह रवैया है कि जिसने पंजाब और पंजाबियों के लिए स्वउदघोषित मिशन फतेह के प्रचार के लिए करोड़ों रूपये खर्च किए हैं।

सरदार बादल ने कहा कि कांग्रेस सरकर की कोविड-19 महामारी से मुकाबला करने की रणनीति की उसके ही स्वास्थ्य सलाहकार डॉ. के के तलवार ने आलोचना की थी, जिन्होने जुलाई में कोविड पॉजिटिव मामलों का पता लगाने में नाकामी और माइक्रो कंटेनमैंट जोनस् का प्रबंधन करने में विफलता के लिए सरकार को दोषी ठहराया था। इन विफलताओं के कारण ही अगस्त में कोविड के कारण 1000 से अधिक व्यक्तियों की मृत्यु हो गई थी और अब राज्य के दस जिले तीन आंकडों में मामले दर्ज कर रहे हैं।अब स्थिति यह हो गई है कि हर दिन अस्सी से सौ व्यक्ति इस महामारी की चपेट में आ रहे हैं तथा स्थिति नियंत्रण से बाहर हो रही है।

सरदार बादल ने कहा कि सरकार अब सरकारी और निजी दोनों अस्पतालेां में ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने की बजाय लोगों को ऑक्सीमीटर की आपूर्ति के बारे दुष्प्रचार कर रही है। अस्पताल 15 मीट्रिक टन की आपूर्ति के मुकाबले 100 मीट्रिक टन की मांग के साथ तरल ऑक्सीजन की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है। इस आपूर्ति को बढ़ाने और अस्पतालों को ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चत करने की बजाय अस्पतालों को प्राथमिकता की सूची में डाल दिया जाता है। उन्होने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ऑक्सीमीटरों के वितरण को लेकर नाटकीयता मे लिप्त हैं।

शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष ने स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू की भी आलोचना करते हुए कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि पंजाब में उच्च मृत्यु दर की स्थिति को नियंत्रित करने में अपनी विफलता को स्वीकार करने की बजाय पंजाबियों की जीवन शैली को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। ऐसा स्वास्थ्य मंत्री जो पंजाबियों को बदनाम करता है वह एक मिन्ट के लिए अपनी कुर्सी पर बैठने के लायक नही है।

मुख्यमंत्री से स्थिति को नियंत्रण में रखने की कहते हुए कहा कि अब संजीदगी से काम शुरू कर देना चाहिए। सरदार बादल ने कहा कि सभी क्रिटिकल केयर सेंटरों को तुरंत अपग्रड करने की जरूरत है। इसके साथ ही सभी गरीब व्यक्तियों के लिए मुफ्त एम्बुलेंस सेवाओं के साथ साथ मुफ्त उपचार प्रदान किया जाना चाहिए ताकि उन्हे उपचार के लिए रिपोर्ट करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। सरकार को सरकारी चिकित्सा संस्थानों को पूरी तरह से त्यागने वाले लोगों का विश्वास जीतने के लिए परीक्षण और प्लाजमा उपचार सुविधाओं को भी बढ़ाना चाहिए।