सरदार सुखबीर सिंह बादल ने न्यूनतम समर्थन मूल्य में मामूली बढ़ोतरी को एक कदम पीछे लेकर जाने वाला कदम करार दिया

sukhvir badal
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कहा कि एनडीए सरकार के वादे के अनुसार 2022 तक खेती की आमदन को दोगुना करने के बजाय इसे पीछे लेकर जाएगा
चंडीगढ़/09जून 2021 शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने धान के न्यूनतम समर्थन मूल्य(एमएसपी) में मामूली वृद्धि को प्रतिगामी कदम बताया, जोकि एनडीए सरकार द्वारा किए वादे के अुनसार खेती मे आमदन को दोगुना करने के बजाय , खेती को पीछे की ओर लेकर जाएगा।
अकाली दल अध्यक्ष ने वर्ष 2021-22 खरीफ सीजन के लिए धान के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 72 रूपये प्रति क्विंटल की मामूली बढ़ोतरी को डीजल और खाद जैसे खेती में काम आने वालों की कीमत से भी कही कम है, तथा सरकार को न्यूनतम समर्थन मूल्य का निर्धारण करते समय उत्पाद की वास्तविक लागत को ध्यान में रखना चािहए था’। उन्होने कहा कि डेढ़ गुणा आमदन का फार्मूला जमीन और मशीनरी पर किसानों द्वारा वास्तव में खर्च किए गए उत्पादों पर भी लागू होना चाहिए ।
केंद्र सरकार से किसान समुदाय को समान अवसर प्रदान करने की मांग करते हुए सरदार बादल ने कहा कि धान पर नया न्यूनतम समर्थन मूंल्य उन किसानों के साथ भददा मजाक है जो पहले से ही तीनों खेती कानूनों के कारण संकट की स्थिति में हैं, जाकि सरकार द्वारा अनाज की सुनिश्चित खरीद के बारे में तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य की बढ़ोतरी क बारे मेंसोच रहे थे। उन्होने कहा कि ‘ जिस तरीके से एमएसपी की गिनती की गई हैं उसने सरकार का किसानों के प्रति व्यवहार को उजागर कर दिया है। शिरोमणी अकाली दल ने मांग की है कि सरकार खेती क्षेत्र को समर्थन देने के साथ साथ लाभकारी एमएसपी प्रदान करे। सरदार बादल ने कहा कि उत्पादन की वास्तविक लागत को ध्यान में रखते हुए न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी की जानी चाहिए ।

 

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