राज्यपाल ने किया क्षेत्रीय मशरूम अनुसंधान केन्द्र का दौरा
चण्डीगढ़, 6 अप्रैल – हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा है कि प्रदेश सरकार बागवानी व सब्जी उत्पादन के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य कर रही है। मशरूम उत्पादन भी स्वरोजगार का अवसर है। मशरूम की मांग के हिसाब से उत्पादन बहुत कम है। मशरूम के अन्य उत्पाद बनाकर भी आय को बढ़ाया जा सकता है।
श्री दत्तात्रेय ने आज महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय करनाल के क्षेत्रीय मशरूम अनुसंधान केन्द्र, मुरथल का दौरा किया। उन्होंने स्पोन लैब (मशरूम बीज लैब) का निरीक्षण किया और मशरूम का बीज कैसे तैयार किया जाता है, इस बारे जानकारी भी ली। उन्होंने रि-ट्रैकटेबल पोली हाउस में किसानों को दिखाने के लिए लगाई गई रंग बिरंगी शिमला मिर्च को भी देखा। उन्होंने कहा कि आज मशरूम ही नहीं, बल्कि मशरूम से बने उत्पाद भी बाजार में आ रहे हैं और ग्राहक इन्हें पसंद भी कर रहे हैं। इसलिए मशरूम के उत्पादन के लिए युवाओं को आगे आना चाहिए।
राज्यपाल ने कहा कि गेहूं और धान की फसलों की बजाय किसानों को अपनी आय को दोगुना करने के लिए फल, फूल व सब्जियों की खेती पर जोर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय इस दिशा में तेजी से काम कर रहा है।
राज्यपाल ने कहा कि राज्य सरकार किसानों की भलाई के लिए बागवानी क्षेत्र में कई योजनाएं चला रही है जैसे भावांतर भरपाई योजना, योजना अनुसार राज्य सरकार किसानों को फसल भाव के न्यूनतम समर्थन मूल्य व बाजार भाव के अंतराल को पूरा करने के लिए इस योजना से भरपाई करती है।