फूड पॉइजनिंग का प्रमुख कारण अनियमित दिनचर्या और गलत खान–पानहै। कच्ची सब्जियां, अधपका मांस, कच्चा दूध या उससे बनी चीजें, अंकुरितअनाज, समुद्री खाद्य पदार्थ आदि खाते हैं, तो आप फूड पॉइजनिंग कीगिरफ्त में आ सकते हैं। बैक्टीरिया और वायरस फूड पॉइजनिंग के मुख्यकारक हैं। थोड़ी सावधानी बरतकर आप इससे बचे रह सकते हैं। जानकारीदे रहीं हैं नीलम शुक्ला
अकसर आपने लोगों को फूड पॉइजनिंग की शिकायत करते देखा होगा।दरअसल, फूड पॉइजनिंग में भोजन के जरिये विषैले तत्व आपके शरीर मेंप्रवेश करते हैं, जिससे आप बीमार हो जाते हैं। इस बीमारी का कारकवायरस भी हो सकता है और बैक्टीरिया भी। अपोलो हॉस्पिटल केफिजिशियन डॉ. अभिषेक शुक्ला कहते हैं कि ज्यादातर लोग अपने जीवन मेंकम से कम एक बार फूड पॉइजनिंग से जरूर पीड़ित होते हैं।
फ़ूड पोइज़निंग से कैसे बचें
– कच्ची सब्जियों और फलों को नमक वाले पानी से अच्छी तरह धोनाचाहिए।
– रसोईघर को साफ रखना चाहिए। चाकू और कटिंग बोर्ड को रोज साबुन सेधोना चाहिए।
– फ्रिज को अंदर से साबुन के पानी से साफ करना चाहिए। फ्रिज में अगरकोई जूस या खाद्य पदार्थ गिर जाये, तो तुरंत साफ करें।
– मांस को हमेशा अच्छे से साफ करके ठीक तरह से पकाना जरूरी है।
– पके हुए खाने को बहुत देर तक फ्रिज में न रखें।
– ऐसे खाद्य पदार्थों से बचें, जिनमें कच्चा दूध होता है।
– खासकर इस मौसम में सी फूड के सेवन से बचें।
– बाहर का खाना न खाएं। अकसर ऐसे खाने को ढक कर भी नहीं रखाजाता।
– खराब खाना या काफी देर से रखा खाना तो बिल्कुल न खाएं।
– साफ पानी पिएं।
– किसी भी संक्रमित या गंदी चीज को न छुएं।
–खाना बनाने व खाने वाले बर्तन रोजाना अछि तरह से धोएं और उसमे खानाबनाने से पहल एक बार साफ़ पानी से उसे ज़रूर धोएं।