मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किया स्वर्ण जयंती द्वार का उद्घाटन
बोर्ड परिसर में 24 नए आवासीय मकानों का भी किया शिलान्यास
बोर्ड परिसर में 24 नए आवासीय मकानों का भी किया शिलान्यास
चंडीगढ़, 27 फरवरी – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में छात्र-छात्राओं को अति उत्तम, गुणवत्तायुक्त और रोजगारपरक शैक्षणिक सुविधाएं प्रदान करने के अथक प्रयास कर रही है। राज्य सरकार बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, स्वच्छता अभियान, पर्यावरण संरक्षण व नकल रहित परीक्षाओं के लिए दृढ़ संकल्पित है।
मुख्यमंत्री आज भिवानी में हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड परिसर में वार्षिक अलंकरण समारोह के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। इससे पूर्व उन्होंने बोर्ड के भव्य स्वर्ण जयन्ती द्वार का उद्धघाटन व बहुउद्देशीय अटल सभागार का भूमि पूजन किया तथा बोर्ड परिसर में 24 नए आवासीय मकानों का शिलान्यास भी किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षा व वन मंत्री श्री कंवर पाल ने की। इस अवसर पर अति विशिष्ट अतिथि के रूप में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री जे.पी.दलाल भी मौजूद रहे।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी संस्थान की ऊपरी पहचान तो उसके द्वार से होती है तथा बोर्ड का यह स्वर्ण जयंती द्वार भव्य एवं अनूठा है। बोर्ड में बनने वाले सभागारों से शिक्षा के साथ-साथ कला संस्कृति का भी विकास होगा। यह भी संयोग ही है कि भिवानी नगर जोकि छोटी काशी के नाम से प्रसिद्ध है में ही हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड का मुख्यालय है। उन्होंने कहा कि प्राचीन पद्धति के अनुसार शिक्षा का क्रम शिक्षा-परीक्षा-दीक्षा होना चाहिए, इसे लागू करने बारे सरकार विचार कर रही है क्योंकि यह पता लगाना अत्यन्त आवश्यक है कि व्यक्ति में शिक्षा प्राप्ति के पश्चात हुनर है या नहीं।
उन्होंने कहा कि आज के युग में कौशल विश्वविद्यालय होने चाहिए और राज्य सरकार ने पलवल में हरियाणा का पहला कौशल विश्वविद्यालय बनाया है। शैक्षिक पाठ्यक्रम राष्ट्रीय सोच का होना चाहिए, जिसके चलते बच्चे देश की सेवा का भाव अपने मन में रखते हुए विदेशों में भी भारत का परचम लहराएंगे।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020, 21वीं सदी में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाली है। इस नीति में शिक्षा एवं रोजगार के साथ विद्यार्थियों को संस्कारवान और स्वावलंबी बनाना मुख्य लक्ष्य है, ताकि विद्यार्थी दुनिया में भारत को पुन: विश्व गुरू बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें। उन्होंने कहा कि शिक्षा को रोजगारोन्मुख बनाने के लिए तकनीकी शिक्षा के साथ-साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शिक्षा पर भी जोर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कक्षा 9वीं से 12वीं तक कौशल विकास का विषय अनिवार्य रूप से लागू किया जाएगा, ताकि प्रदेश के युवा स्वरोजगार एवं रोजगारपरक शिक्षा ग्रहण कर सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा परीक्षाओं में नकल पर अंकुश लगाने के लिए बड़े ही सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं, जिसके रचनात्मक परिणाम सामने आए हैं। इसी के चलते युवाओं को नकल रहित परीक्षा देने का माहौल मिला है। उन्होंने कहा कि हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा का आयोजन नवीनतम तकनीकों जैसे कि जैमर, बायोमेट्रिक उपस्थिति, वीडियोग्राफी, सी.सी.टी.वी. एवं फ्रिस्किंग आदि का प्रयोग करते हुए पूर्ण पारदर्शिता के साथ सफलतापूर्वक करवाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि बोर्ड परिसर में बनने वाला चार मंजिला बहुउद्देशीय अटल सभागार अपने आप में अनूठा होगा। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में यह सभागार शैक्षिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से निर्मित किया जा रहा है। इसमें करीब 2000 लोगों के बैठने की क्षमता होगी। 12,239 वर्ग मीटर में बनकर तैयार होने वाला सभागार पूर्णतया वातानुकूलित व अत्याधुनिक तकनीक से युक्त होगा। सभागार लगभग 2 साल में बन कर तैयार हो जाएगा।
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री श्री कंवर पाल ने कहा कि बोर्ड की कार्यप्रणाली में सुधार लाने के कदम प्रशंसनीय है। बोर्ड कार्यालय की लेखा शाखा को पूर्णतः कम्प्यूटरीकृत किया गया। परीक्षार्थियों, अभिभावकों एवं आमजन की सुविधा के दृष्टिगत सरल पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन प्रारम्भ किया गया है। अनुलिपि प्रमाण-पत्र, उत्तरपुस्तिकाओं की छायाप्रति एवं माइग्रेशन प्रमाण-पत्र अंत्योदय सरल पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन प्राप्त करने की सुविधा उपलब्ध करवाई गई। शिक्षा बोर्ड द्वारा संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए संस्कृत सैल का गठन किया गया है, जिसके तहत कक्षा 10वीं की पूर्व मध्यमा एंव 12वीं की उत्तर मध्यमा की पार्ट-2 की परीक्षाएं संचालित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण को स्वच्छ एवं प्रदूषण रहित बनाने के लिए बोर्ड द्वारा पेड़ लगाओं अभियान के तहत विद्यालयों से 10वीं व 12वीं के छात्र-छात्राओं द्वारा पेड़ लगाए जाने पर परीक्षा में आईएनए के दो अंक अलग से दिए जा रहे हैं। प्रदेशभर के 11वीं व 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को टैबलेट देने के निर्णय लिया गया है। सरकार ने लगभग 5 लाख टैबलेट खरीदने का फैसला लिया है, जो आगामी शैक्षणिक सत्र से 11वीं व 12वीं में पढऩे वाले विद्यार्थियों को दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बोर्ड की वार्षिक परीक्षा-2020 में नकल उन्मूलन में अहम योगदान देने के लिए 5 प्रवक्ताओं को सुशीला स्मृति व 11 प्रवक्ताओं को राकेश स्मृति पुरस्कार के रूप में प्रशंसा पत्र व 5100 रुपये की राशि देकर सम्मानित किया। साथ ही, सैकेण्डरी परीक्षा वर्ष-2021 में लिखित परीक्षा में 500 अंकों में से 485 अंक प्राप्त करने वाली जिला हिसार की छात्रा भावना सैनी को डॉ. कल्पना चावला अवार्ड से सम्मानित करते हुए प्रशस्ति पत्र, गोल्ड मेडल व प्रोत्साहन स्वरूप 51000 रुपये की राशि दी गई। बोर्ड अधिकारी श्रीमती सन्तोष कुमारी को उन द्वारा समय-समय पर विभिन्न पैरालम्पिक प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किए जाने पर मुख्यमंत्री द्वारा प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त बोर्ड के कर्मचारी श्री विकास कुमार के सुपुत्र ईशांत जिसका हरियाणा की एकमात्र सीट पर राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज, देहरादून में 8वीं कक्षा में चयन हुआ, को भी मुख्यमंत्री ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम में सांसद श्री धर्मबीर सिंह, विधायक श्री घनश्याम सर्राफ, श्री बिशम्बर वाल्मीकि, उपायुक्त श्री आर.एस. ढि़ल्लो, पुलिस अधीक्षक श्री अजीत सिंह शेखावत, दीनबन्धु छोटूराम विश्वविद्यालय, मुरथल(सोनीपत) के कुलपति श्री आर.के. अनायत, चौधरी बंसी लाल विश्वविद्यालय, भिवानी के कुलपति प्रो.आर.के. मित्तल, चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार के कुलपति श्री बी.आर. कम्बोज, बोर्ड अध्यक्ष प्रो०(डॉ.) जगबीर सिहं, सहित बोर्ड के अधिकारी/कर्मचारी मौजूद रहे।