उत्तराखंड, पंजाब, कश्मीर, राजस्थान के कलाकारों ने बांधा समा

उत्तराखंड, पंजाब, कश्मीर, राजस्थान के कलाकारों ने बांधा समा
उत्तराखंड, पंजाब, कश्मीर, राजस्थान के कलाकारों ने बांधा समा
रविवार के दिन ब्रहमसरोवर के तट पर उमड़ी पर्यटकों की भीड़

चंडीगढ़, 12 दिसंबर 2021

कुरुक्षेत्र में चल रहे अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में देश भर से आए कलाकारों ने मदमस्त होकर अपने-अपने प्रदेश के लोक नृत्य को प्रस्तुत किया।

और पढ़ें :-केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने ऑनलाइन-गेमिंग की बढ़ती प्रवृति से विद्यार्थियों के अभिभावकों को सचेत किया है व परामर्श दिया है।

उत्तराखंड, कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, हिमाचल के कलाकारों ने कुरुक्षेत्र उत्सव गीता महोत्सव में समा बांधा और पर्यटकों ने तालियां बजाकर न केवल कलाकारों का अभिवादन स्वीकार किया, बल्कि उनकी प्रस्तुति की जमकर सराहना की और लोक नृत्यों पर जमकर डांस किया।

अहम पहलू यह है कि रविवार को अवकाश होने के कारण ब्रहमसरोवर के तट पर भारी भीड़ उमड़ पड़ी। पर्यटकों ने महोत्सव में जमकर खरीदारी की और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लिया।

महोत्सव के 11वें दिन सुबह व सायं के सत्र में उत्तराखंड, पंजाब, कश्मीर, राजस्थान के साथ-साथ विभिन्न प्रदेशों के कलाकारों ने भारत के सांस्कृतिक झरोखों को दिखाकर पर्यटकों को भाव-विभोर कर दिया। लोक कलाकारों ने जमकर पर्यटकों का मनोरंजन किया और सभी को अपने मोहपाश में बांध दिया। इन लोक नृत्यों में हिमाचल प्रदेश के लोक नृत्य ने पर्यटकों के सामने अपनी प्रस्तुति देकर खूब वाहवाही बटोरी है। किसी भी सांस्कृतिक कार्यक्रम में जान फूंकने वाले  लोक नृत्य भांगडा की प्रस्तुति देने के लिए पंजाब से विशेष ग्रुप को आमंत्रित किया गया। पंजाब के बाद जम्मू कश्मीर के लोक कलाकारों ने कार्यक्रम की प्रस्तुति दी। इन कलाकारों ने नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। इस प्रकार ब्रहमसरोवर का महिला घाट भारत की संस्कृति का केंद्र बनता नजर आया। इस मंच पर सभी प्रदेशों की संस्कृति की झलक देखी गई।

महोत्सव के सरस और क्राफ्ट मेले को देखने के लिए लगातार पर्यटकों और श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ रही है। ज्यों-ज्यों कुरुक्षेत्र महोत्सव आगे बढ़ रहा है, त्यों-त्यों इसकी रौनक भी बढ़ रही है। इस महोत्सव में आने वाले पर्यटक जहां शिल्पकला को पसंद कर रहे है, वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आनंद ले रहे हैं।

महोत्सव में बहरूपिये पर्यटकों व स्थानीय लोगों का बहुत मनोरजंन कर रहे हैं । राजस्थान से आए बहरूपिये व कलाकारों के साथ पर्यटक जमकर सैल्फी खिंचवा रहे हैं और पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। यह कलाकार आगामी 19 दिसंबर तक इस महोत्सव में अलग-अलग वेशभूषा बदलकर पर्यटकों व स्थानीय लोगों का भरपूर मनोरंजन करेंगे।