…राज्यपाल पंजाब सरकार के कार्यों में बेवजह कर रहे हैं दखलअंदाजी, निष्पक्षता से पंजाब के हितों के लिए काम करने की बजाय वह भाजपा के प्रतिनिधि के तौर पर काम कर रहे हैं- ‘आप’
…कहा, मुख्यमंत्री ने पंजाब सरकार की तरफ से राष्ट्रपति के स्वागत के लिए मुझे प्रतिनियुक्त किया था
-पंजाब सरकार के पांच मंत्री, डीजीपी और वरिष्ठ नौकरशाह भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए लेकिन राज्यपाल को सिर्फ सीएम मान की अनुपस्थिति ही दिखी : अरोड़ा
-सीएम मान का दौरा पहले से तय था, यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि राज्यपाल ने गवर्नर हाउस से राजनीतिक बयान दिया – अरोड़ा
-कहा, उम्मीद है कि राज्यपाल महोदय भविष्य में इस तरह के बयान नहीं देंगे
चंडीगढ़, 8 अक्टूबर
चंडीगढ़ एयरफोर्स शो में मुख्यमंत्री भगवंत मान की गैरहाजिरी पर पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित की टिप्पणी पर आम आदमी पार्टी(आप) ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। ‘आप’ के वरिष्ठ नेता और मान सरकार के कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा कि राज्यपाल द्वारा गवर्नर हाउस से इस तरह के ‘राजनीतिक’ बयान देना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
अरोड़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान का कार्यक्रम पहले से ही निर्धारित था और उन्होंने चंडीगढ़ में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की अगवानी और स्वागत के लिए मुझे प्रतिनियुक्त किया था।
उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देशानुसार सात अन्य कैबिनेट मंत्रियों और कई वरिष्ठ नौकरशाहों के साथ आज वायु सेना दिवस के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। लेकिन फिर भी माननीय राज्यपाल ने मुख्यमंत्री के खिलाफ यह दुर्भाग्यपूर्ण टिप्पणी की।
उन्होंने राज्यपाल से भविष्य में इस तरह के बयान देने से बचने का आग्रह किया और कहा कि इससे पहले भी राज्यपाल ने राज्य के मामले में दखल देते हुए पंजाब सरकार द्वारा 22 सितंबर को आहूत पंजाब विधानसभा का सत्र विश्वास मत साबित करने के लिए बुलाए गए सेशन को रद्द कर दिया था। सीएम भगवंत मान ने पंजाब से संबंधित मुद्दों का हवाला देते हुए 27 सितंबर को फिर से सत्र बुलाया, लेकिन भाजपा के ऑपरेशन लोटस के खिलाफ सरकार के निर्वाचित सदस्यों द्वारा बुलाए जा रहे सत्र के लिए उन्हें अपनी सहमति देनी पड़ी।
उन्होंने कहा कि यह निंदनीय है कि राज्यपाल पंजाब में ‘ऑपरेशन लोटस’ को लागू करने के लिए भाजपा के इशारे पर काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पंजाब के राज्यपाल की आज की टिप्पणी स्पष्ट रूप से इंगित करती है कि वह लोकतांत्रिक व्यवस्था को कमजोर करने और आम लोगों के कल्याण के लिए आप सरकार को काम करने से रोकने के लिए भाजपा के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।