चंडीगढ़, 26 अप्रैल:
पंजाब के स्कूल शिक्षा विभाग ने व्यावसायिक शिक्षा में सुधार लाने के लिए वोकेशनल लैब्ज़ के बुनियादी ढांचे की मज़बूती के लिए अनुदान जारी कर दिया है।
इसकी जानकारी देते हुए स्कूल शिक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि शिक्षा मंत्री श्री विजय इंदर सिंगला द्वारा व्यावसायिक शिक्षा के स्तर सुधार लाने के लिए वोकेशनल/एन.एस.क्यू.एफ. लैब्ज़ की कायाकल्प करने और इनको स्मार्ट लैब्ज़ में तबदील करने पर ज़ोर दिया है। इस समय राज्य भर के 955 स्कूलों में एन.एस.क्यू.एफ. लैब्ज़ और स्टेट वोकेशनल स्कीम की 450 लैब्ज़ चल रही हैं। इन लैब्ज़ को डिजीटल तौर पर मज़बूत बनाने और इनको स्मार्ट लैब्ज़ में तबदील करने के लिए विभाग ने रणनीति तैयार की है। इसलिए नॉन आई-टी ट्रेड लैब्ज़ के लिए 66,500 रुपए और आई.टी. ट्रेड लैब्ज़ के लिए 11000 रुपए प्रति लैब के हिसाब से पहले ही अनुदान जारी किया जा चुका है। अब विभाग ने इन लैब्ज़ को और आकर्षक बनाने और इनका रूप सुधारने के लिए 8500 रुपए प्रति लैब की व्यवस्था की है।
प्रवक्ता के अनुसार विभाग ने इस राशि से लैब्ज़ को पेंट करवाने, दरवाज़े-खिड़कियाँ, फर्नीचर के रख- रखाव के अलावा वाइट/ग्रीन बोर्ड लगवाना, अग्निशमन यंत्रों और एग्ज़ॉस्ट फैन्ज़, डोर मैट, दरवाज़े-खिड़कियों के पर्दे, सिलेबस हैंडलर, घड़ी, अख़बार पढऩे वाले स्टैंड का प्रबंध करने के लिए निर्देश दिए हैं। इसके अलावा लैब्ज़ के अंदर सभी सावधानियों संबंधी लिखने और चार्ट चिपकाने के लिए भी कहा गया है।