नियमित रुप से हाथ धोने से बच सकती है लाखों लोगो कीजान ।

 

कॉविड-19 के कहर के चलते आज हाथ धोना सबसे कारगर उपाय साबित हुआ है। दिन में बार-बार साबुन से हाथ धोना मानो हमारीज़िंदगियों का एक हिस्सा बन गया हो। हाल ही में दुनिया भर में ग्लोबल हैंड वाशिंग डे मनाया गया महामारी के चलते हाथ धोना बहुतमहत्वपूर्ण हो गया है जिससे इस दिन का महत्व हम सभी के लिए बहुत बढ़ गया है

हाथों के कीटाणु शरीर तक कैसे पहुंचते है

आंख, नाक मुंह द्वारा कीटाणु सबसे शीघ्र शरीर में प्रवेश करते है।
बिना हाथ धोए अपने चेहरे पर हाथ ना लगाएं
फोन की स्क्रीन, दरवाजों के हैंडल, लिफ्ट के बटन, जिम के उपकरण, बस के दरवाज़े, बेंच अन्य ऐसी चीजें है जिन्हें आप रोज़जाने अंजाने में छू देते है और यहीं से कीटाणु आपके हाथों के ज़रिए शरीर में प्रवेश करते है

क्या आप हाथ धोने से संबंधित इन तथ्यों से वाकिफ है ?

आप रोज़ाना करीब 300 सतह पर हर तीस मिनट में हाथ लगते है, यानी 840,000  कीटाणुओं से संपर्क
80% तक रोग छूने से फैलते है
हाथ के एक सेमी भाग में 1500 के करीब बैक्टीरिया होते है।
केवल हाथ धोने से डायरिया के 3 में से एक मरीज को आसानी से बचाया का सकता हाई
हर वर्ष करीब 10 लाख लोगों की मृत्यु केवल ढंग  से हाथ धोने से टल सकती है

क्या हैंड सैनिटाइजर साबुन से बेहतर विकल्प है ?

यूं तो सभी आज जेब में सैनिटाइजर ले कर घूम रहे है लेकिन क्या ये अच्छे से कीटाणुओं को मार गिरता है? जेनरल साइंस टट्रांसलेशलमेडिसिन के 2018 के शोध में मेलबर्न के अस्पतालों में विश्लेषण किया गया था। उन्होंने पाया कि बैक्टीरिया ने  अल्कोहल युक्तसैनिटाइजर के प्रति प्रतिरोधक शक्ति पैदा कर दी है और वह इसके उपयोग के बावजूद भी जीवित रह रहें है। ऐसे में कीटाणुओं सेछुटकारा पाने का इकलौता उपाय साबुन पानी से अच्छे से हाथ धोना ही है

 

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