चंडीगढ़ 08-अक्टूबर-2021,
मेहर चंद महाजन डीएवी कॉलेज फॉर विमेन, चंडीगढ़ ने योग और ध्यान पर हैंड्स ऑन ट्रेनिंग-कम-वर्कशॉप का ग्रैंड फिनाले आयोजित किया- जिसका शीर्षक “मन, शरीर और आत्मा के लिए भोजन :एक स्थायी कौशल” था। कॉलेज की सस्टेनेबल प्रैक्टिसस व स्किल डवलप्मेंट समिति के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। कार्यशाला के लिए योग प्रशिक्षिका सुश्री केशम मोनारिता, योग में स्वर्ण पदक विजेता और योग की एक अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी थीं। उन्होंने छात्राओं को मुख्य रूप से अष्टांग योग, प्राणायाम, आसन और ध्यान की तकनीको के विषय में विस्तार से बताया और व्यावहारिक रूप में करके भी दिखाया। इस कार्यशाला में 90 प्रतिभागियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। छात्रों के मन में शांति, ध्यान और चेतना लाने के लिए कार्यशाला की शुरुआत ओम् जप के साथ की गई। इसके बाद शरीर के सभी अंगों की गतिविधियों के लिए सूर्य-नमस्कार किया गया। आसन और प्राणायाम मुख्य रूप से पोस्ट-कोविड रिकवरी और प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने, पीठ दर्द से राहत, मधुमेह, थायराइड की समस्याओं, पाचन में सुधार, वजन घटाने और मांसपेशियों की समग्र मजबूती पर केंद्रित थे। कुछ आसन खड़े होकर किये गए जिनमें ताड़ासन, वृक्षासन, त्रिकोणासन, नटराजसन, अर्ध चंद्रासन, अर्ध चक्रासन, पादहस्तासन शामिल हैं। इसके अलावा, बैठने की मुद्रा में वक्रासन, एक पद राजकपोटासन, जानुसीरासन, अर्ध उष्ट्रासन, अर्ध कुर्मासन, एक पद पवनमुक्तासन, सेतु बंधासन और नौकासन आसान किए गए ।आसन का अंतिम सत्र प्रवण स्थिति में किया गया जिसमें भुजंगासन, नौकासन और धनुरासन शामिल थे।
प्राणायाम सत्र कपालभाति से शुरू हुआ और शीतली प्राणायाम, शितकारी प्राणायाम, अनुलोम विलोम प्राणायाम और भ्रामरी प्राणायाम के साथ जारी रहा। सत्र का समापन ओम् जप के साथ-साथ तनाव कम करने और समग्र रूप से फलदायी जीवन के लिए माइंडफुलनेस तकनीकों के अभ्यास के साथ हुआ। रिसोर्स पर्सन ने प्रतिभागियों के प्रश्नों और शंकाओं का समाधान किया जिनका वे सामना कर रहे थे।
इस अवसर पर कॉलेज प्राचार्या निशा भार्गव ने सस्टेनेबल प्रैक्टिसस व स्किल डवलप्मेंट समिति के इस प्रयास की सराहना की । उन्होंने इस तथ्य पर जोर दिया कि योग केवल एक दैनिक अभ्यास नहीं है बल्कि जीवन का एक तरीका है जिसे स्वस्थ और पूर्ण जीवन जीने के लिए अपनाया जाना चाहिए। उन्होंने मन, शरीर और आत्मा के समग्र विकास में योग आसन और प्राणायाम के लाभों पर भी जोर दिया।
इस अवसर पर कॉलेज प्राचार्या निशा भार्गव ने सस्टेनेबल प्रैक्टिसस व स्किल डवलप्मेंट समिति के इस प्रयास की सराहना की । उन्होंने इस तथ्य पर जोर दिया कि योग केवल एक दैनिक अभ्यास नहीं है बल्कि जीवन का एक तरीका है जिसे स्वस्थ और पूर्ण जीवन जीने के लिए अपनाया जाना चाहिए। उन्होंने मन, शरीर और आत्मा के समग्र विकास में योग आसन और प्राणायाम के लाभों पर भी जोर दिया।