
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों पर पंजाब पुलिस पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने के लिए वचनबद्ध
दिन भर चले ऑपरेशन के दौरान 47 एफआईआर दर्ज, 573 ग्राम हेरोइन, 10 किलो अफीम बरामद
छह जिलों में पुलिस टीमों ने 170 मेडिकल स्टोरों की जांच की
96 गज़टेड अधिकारियों की अगुवाई में 200 से अधिक पुलिस टीमों ने 530 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की: विशेष डीजीपी अर्पित शुक्ला
चंडीगढ़, 21 मार्च 2025
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के दिशा-निर्देशों पर राज्य से नशों के समुचित खात्मे के लिए चलाए जा रहे “युद्ध नशों विरूद्ध” मुहिम को 21वें दिन भी जारी रखते हुए, पंजाब पुलिस ने शुक्रवार को 493 स्थलों पर छापेमारी की और राज्य भर में 63 ड्रग तस्करों को गिरफ्तार करते हुए 47 एफआईआर दर्ज की। इस तरह, महज 21 दिनों में गिरफ्तार किए गए कुल ड्रग् तस्करों की संख्या 2527 हो गई है।
पुलिस टीमों ने गिरफ्तार किए गए ड्रग तस्करों के कब्जे से 573 ग्राम हेरोइन, 10 किलो अफीम, 1470 नशीली गोलियाँ/टीके और 4750 रुपये की ड्रग मनी भी बरामद की है।
यह ऑपरेशन पुलिस डायरेक्टर जनरल (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव के निदेशों के तहत राज्य के सभी 28 पुलिस जिलों में एक साथ चलाया गया।
गौरतलब देने योग्य है कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पुलिस कमिश्नरों, डिप्टी कमिश्नरों और सीनियर पुलिस सुपरिंटेंडेंट को पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने के लिए कहा है। पंजाब सरकार ने नशों के खिलाफ जंग की निगरानी के लिए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा की अगुवाई में 5 सदस्यीय कैबिनेट सब-कमेटी का गठन भी किया है।
इस संबंधी विवरण साझा करते हुए, विशेष डीजीपी कानून और व्यवस्था अर्पित शुक्ला ने बताया कि 96 गज़टेड अधिकारियों की निगरानी में 1300 से अधिक पुलिस कर्मचारियों की गिनती वाली 200 से अधिक पुलिस टीमों ने राज्य भर में छापेमारी की और पूरे दिन चले इस ऑपरेशन के दौरान 530 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की गई।
उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस ने एक व्यापक रणनीति तैयार की है और ऐसे ऑपरेशन राज्य में नशों के समुचित खात्मे तक जारी रहेंगे।
विशेष डीजीपी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा राज्य में से नशों को जड़ से खत्म करने के लिए तीन-स्तरीय रणनीति – इन्फोर्समेंट, डि-एडिक्शन और प्रिवेंशन (ईडीपी) – लागू करने से पंजाब पुलिस ने ‘नशा छुड़ाने’ के हिस्से के रूप में दो व्यक्तियों को नशा छुड़ाने और पुनर्वास के लिए इलाज कराने के लिए राजी किया है, जबकि रोकथाम के हिस्से के रूप में राज्य भर में 125 जागरूकता समारोहों का आयोजन किया गया है।
ध्यान देने योग्य है कि पुलिस टीमों ने छह जिलों – जिनमें कमिश्नरेट अमृतसर, गुरदासपुर, बटाला, पठानकोट, अमृतसर ग्रामीण और तरनतारन शामिल हैं – में 170 दवाओं की दुकानों की जांच की है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वहां नशीली गोलियाँ या नशे के उपयुक्त अन्य दवाइयाँ न बेची जा रही हों और क्या इन दुकानों पर दवाइयों की बिक्री संबंधित निर्धारित नियमों का सुचारू पालन कर रही है।