केजरीवाल से पूछा कि वह बताएं कि उन्होने दिल्ली की सीमाओं की किलेबंदी करने की तथा उन्होने तिहाड़ जेल में सिख नौजवानों के साथ दुव्र्यवहार करने  अनुमति क्यों दी

Spokesman Dr Daljit Singh Cheema

केजरीवाल तथा मान  की केंद्र के साथ मिलीभगत , दिल्ली के मुख्यमंत्री की मंजूरी से आवश्यक वस्तु अधिनियम को अपनी सहमति दी  थीः शिरोमणी अकाली दल

कहा कि केजरीवाल तथा मान भाजपा के साथ मिलीभगत है क्योंकि मान ने दिल्ली के मुख्यमंत्री की मंजूरी से आवश्यक वस्तु अधिनियम को अपनी मंजूरी दी थीडाॅदलजीत सिंह चीमा

चंडीगढ़/21मार्च , 2021  शिरोमणी अकाली दल ने आज कहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तथा आप पंजाब इकाई के संयोजक भगवंत मान ने भाजपा के साथ मिलीभगत है तथा मान ने केजरी की मंजरी के साथ खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों की संसदीय स्थायी समिति की मीटिंग में आवश्यक वस्तु अधिनियम 2020 को लागू करने के लिए अपनी मंजरी दी थी

यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए पूर्व मंत्री डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को आज बाघापुराना में आप के सार्वजनिक समारोह के दौरान भगवंत मान द्वारा किए गए पाप के लिए किसानों से माफी मांगनी चाहिए थी। ‘ यह तथ्य कि न तो केजरीवाल तथा न ही मान ने लोगों से माफी मांगी यह स्पष्ट हो गया है कि दोनो भाजपा तथा आप दोनों की मिलीभगत है। इससे यह साबित होता है कि ये दोनो ही किसान समुदाय के खिलाफ साजिश के अपराध में भागीदार हैं तथा भगवंत मामन दिल्ली के मुख्यमंत्री की मंजूरी से ही यह कार्य किया गया है। आप ने देश के किसानों की भलाई की कीमत पर केंद्र के साथ सौदा किया है तथा इसका पर्दाफाश हो गया है।

डाॅ. चीमा ने कहा कि मान ने भाजपा का उस मामले में भाजपा का साथ दिया था कहा कि जब लोकसभा में बिल पारित होने के लिए रखा गया था वे बाहर चले गए थे। उन्होने कहा कि मान ने झूठा दावा किया कि बिल को वोट के लिए नही रखा गया था। अ बवह उसी अधिनियम के लिए उनका समर्थन कर रहे हैं जिससे साबित होता है कि वह काॅरपोरेट घरानों के साथ मिल गया है ताकि उन्हे तथा केंद्र सरकार को लाभ मिल सके

अकाली नेता ने आज बाघापुराना समारोह के दौरान पंजाबियों को गुमराह करने के लिए आप संयोजक को आड़े हाथों लिया। उन्होने कहा कि केजरीवाल ने किसानों के लिए जेलों के रूप में स्टेडियमों के इस्तेमाल की अनुमति से कथित तौर पर  इंकार करने का प्रदर्शन किया था। उन्होने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री को यह बताना चाहिए कि उन्होने हरियाणा से लगी सीमा पर अपने क्षेत्र में कंक्रीट की दीवारों को बनाने, कंटीली तारों की बाड़ तथा लोहे के स्पाइकस लगाने की किलेबंदी की अनुमति क्यों दी।

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