एमसीएम ने लेबोरेट्री डायग्नॉस्टिक्स पर पाँच दिवसीय कौशल कार्यशाला का आयोजन

Vandana Sharma
एमसीएम ने लेबोरेट्री डायग्नॉस्टिक्स पर पाँच दिवसीय कौशल कार्यशाला का आयोजन
चंडीगढ़, 27 जनवरी 2024
मेहर चंद महाजन डीएवी महिला महाविद्यालय, चंडीगढ़, एक मान्यता प्राप्त व्यावसायिक शिक्षा नई तालीम एक्सपेरिमेंटल लर्निंग (VENTEL) एक्शन प्लान इंस्टीट्यूशन, ने महात्मा गांधी नेशनल काउंसिल ऑफ रूरल एजुकेशन (MGNCRE), शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से पाँच दिवसीय कौशल विकास कार्यशाला  का आयोजन किया। जिसका शीर्षक ‘लेबोरेट्री डायग्नॉस्टिक्स एजुकेशन एंड हैंड्स ऑन ट्रेनिंग’ रहा। कार्यशाला का उद्देश्य प्रयोगशाला निदान और इम्यूनोलॉजी आधारित  तकनीकों के क्षेत्र में विद्यार्थियों के ज्ञान में वृद्धि और उनके व्यावहारिक कौशल को बढ़ाना था।
कार्यशाला की शुरुआत कॉलेज में खाद्य विज्ञान विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. वंदना शर्मा के व्याख्यान से हुई। उन्होंने लैब डायग्नोस्टिक तकनीकों की मूल बातें, करियर विकल्प के रूप में लैब डायग्नोसिस के क्षेत्र और भविष्य की संभावनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कॉलेज में खाद्य विज्ञान विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. संदीप कौर ने मानव शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली, प्रतिरक्षा कोशिकाओं, उनकी कार्यप्रणाली एवं प्रतिरक्षा स्वास्थ्य को बनाए रखने के तरीके पर एक व्यापक व्याख्यान दिया। कार्यशाला के अगले दिनों में व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने विभिन्न सूक्ष्मजीवविज्ञानी और प्रतिरक्षाविज्ञानी निदान तकनीकों जैसे स्टेनिंग, एंटीबायोटिक संवेदनशीलता परीक्षण, रेडियल इम्यूनोडिफ्यूजन, डिफरेंशियल ल्यूकोसाइट काउंट, एग्लूटिनेशन एंड प्रेसिपिटेशन रिएक्शंस और एलिसा का विस्तार से प्रदर्शन देखा । प्रतिभागियों ने संकाय प्रभारी की देखरेख में परीक्षण किया। कार्यशाला में 33 विद्यार्थियों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई।
प्राचार्या डॉ. निशा भार्गव ने विद्यार्थियों  को ऐसे कौशल से लैस करने के इस प्रयास की सराहना की जो उनमें रोजगार क्षमता का विकास करता है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि आज की प्रतिस्पर्धी दुनिया में कौशल विकास के महत्व को पहचानते हुए, कॉलेज नियमित रूप से ऐसी व्यावहारिक प्रशिक्षण कार्यशालाओं का आयोजन करता है।
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