हिसार 13 मई,2021
कोविड प्रबंधन को लेकर जिला परामर्शदात्री समिति की बैठक आयोजित
डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने कहा कि हरियाणा सरकार के निर्देशों के अनुरूप कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए संवेदनशील गांवों में जल्द से जल्द आईसोलेशन सेंटर स्थापित कर मरीजों का उपचार शुरू किया जाए। वे वीरवार को स्थानीय लघु सचिवालय स्थित सभागार में जिला परामर्शदात्री समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र में वैक्सीनेशन के कार्य को गति देने के निर्देश दिए और कहा कि ग्रामवासी पोर्टल पर वैक्सीनेशन के लिए पंजीकरण नहीं करवा पा रहे हैं, इसलिए गांवों में वैक्सीनेशन के लिए ठोस उपाय किए जाएं। डिप्टी स्पीकर ने कहा कि इस कार्य में गांवों में स्थापित सीएससी सेंटर संचालकों को पंजीकरण के कार्य में लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस समय गांवों में सैंपलिंग को बढ़ाते हुए कोरोना संक्रमितों की पहचान करना अति आवश्यक है, इसलिए सैंपलिंग के लिए भी सघन अभियान चलाया जाए।
बैठक में राज्यमंत्री अनूप धानक ने बनभौरी, उकलाना, अग्रोहा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को कोविड सेंटर बनाने तथा हिसार में 500 बेड के अस्पताल के लिए हैल्थ स्टॉफ के प्रबंधों की जानकारी ली। इस पर सीएमओ डॉ रत्ना भारती द्वारा राज्यमंत्री को अवगत करवाया गया कि हिसार में डॉक्टर, फार्मासिस्ट व नर्सिंग स्टाफ ने ज्वाईन कर लिया है। इसके अलावा हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की तरफ से 46 डाक्टर हिसार जिले के लिए नियुक्त किए गए हैं, जिन्हें मेडिकल करने उपरांत ज्वाईन करवा दिया जाएगा।
बैठक में राज्यसभा सांसद डॉ डीपी वत्स ने जिले में कोरोना संक्रमितों की मृत्युदर पर चिंता जताते हुए कहा कि इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग को ठोस रणनीति के तहत कार्य करना होगा। बढ़ती मृत्युदर के कारणों पर मंथन करते हुए विशेष प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि एक डॉक्टर होने के नाते वे स्वयं भी इस दिशा में गंभीर प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए बड़े शहरों के मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाओं व आंकड़ों का अध्ययन किया जा रहा है।
हिसार लोकसभा क्षेत्र के सांसद बृजेंद्र सिंह ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में टैस्टिंग व वैक्सीनेशन का कार्य प्रभावी ढग़ से किया जाए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना का प्रभाव ज्यादा देखने का मिल रहा है। इसलिए पूरी मशीनरी को गांवों पर फोकस रखने की जरूरत है। संवेदनशील गांवों में प्रांरभिक लक्षण मिलते ही संबंधित व्यक्ति को आईसोलेट करते हुए तुरंत उपचार आरंभ किया जाना चाहिए ताकि कोरोना की चैन न बनने पाए।
हिसार के विधायक डॉ कमल गुप्ता ने बैठक में कहा कि कोरोना से संक्रमित व्यक्ति जो घर पर आईसोलेट है, उनको घर पर ही भोजन उपलब्ध करवाने के लिए पार्टी की ओर से व्यवस्था की जा रही है। इस संबंध में एक पोर्टल बनाया जा रहा है, जिस पर जरूरत अनुसार कोरोना संक्रमित मरीज अपना ब्यौरा दर्ज कर मदद ले सकता है। उन्होंने कहा कि जिले में उपचार के लिए बेड की उपलब्धता के संबंध में जरूरी कदम उठाए जाएं। इसके लिए सभी अस्पताल की व्यापक निगरानी करते हुए पोर्टल पर बेड की उपलब्धता को अविलंब अपलोड किया जाए।
हांसी के विधायक विनोद भ्याना ने कहा कि कोरोना ने गांवों में अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है, इसलिए टैस्टिंग को बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि हांसी क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व डॉक्टरों को अतिरिक्त संख्या में लगाया जाए। बैठक के दौरान आदमपुर के विधायक कुलदीप बिश्रोई के पुत्र भव्य बिश्रोई ने उनके प्रतिनिधि के तौर पर अपने विचार रखे और सुझाव दिए।
बैठक के दौरान उपायुक्त डॉ प्रियंका सोनी जनप्रतिनिधियों को अवगत करवाया कि जिले में ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए प्रशासन द्वारा हर संभव प्रयास किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना मामलों की रोकथाम के लिए संवेदनशील गांवों को चिन्हित करते हुए टीमें गठित कर दी गई हैं। आईसोलेशन सेंटर स्थापित किए जा रहे हैं और सैंपलिंग, वैक्सीनेशन, सैनिटाईजेशन सहित अन्य सभी प्रबंध सुनिश्चित किए जा रहे हैं।