भाजपा के राष्ट्रीय संगठक  वी सतीश ने दीनदयाल उपाध्याय को बताया एकात्मक मानववाद का प्रणेता

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भाजपा के राष्ट्रीय संगठक  वी सतीश ने दीनदयाल उपाध्याय को बताया एकात्मक मानववाद का प्रणेता

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जन्म जयंती पर चंडीगढ़ भाजपा द्वारा की गई सेमी वर्चुअल रैली में जुड़े बड़ी संख्या में लोग
चंडीगढ़ 25 सितंबर 2021

समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को मुख्यधारा में लाने के लिए संपूर्ण जीवन समर्पित करने वाले, एकात्म मानववाद व अंत्योदय के प्रणेता एवं भारतीय जनसंघ के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती पर भारतीय जनता पार्टी द्वारा एक सेमी वर्चुअल रैली का आयोजन किया गया जिसमें भाजपा के राष्ट्रीय संगठक वी सतीश मुख्य अतिथि के रूप में जुड़े तथा राष्ट्रीय महामंत्री पंजाब व चंडीगढ़ के प्रभारी राज्यसभा सांसद दुष्यंत गौतम ने  भी कार्यक्रम में शामिल हुए। जबकि प्रदेश कार्यालय कमलम में प्रदेशाध्यक्ष अरुण सूद, मेयर रविकांत शर्मा,  कार्यक्रम संयोजक डॉ धरिन्दर तायल, राहुल शर्मा, राजेश जसवाल सहित सभी प्रदेश पदाधिकारी, जिलाध्यक्ष व  मोर्चाध्यक्ष, उपस्थित रहे तथा बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने वर्चुअल रूप में हिस्सा लिया।

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उक्त जानकारी देते हुए प्रदेश प्रवक्ता कैलाश चंद जैन ने बताया कि राष्ट्रीय संगठक वी सतीश  ने श्री दीनदयाल उपाध्याय के  जीवन और व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला तथा उनकी सोच के बारे में विस्तार से बताएं। उन्होंने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के विचार और उनकी सोच को आज के परिपेक्ष्य में विस्तार से समझाया । उन्होंने कहा
पंडित दीनदयाल उपाध्याय  बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे। इस महान व्यक्तित्व में कुशल अर्थचिन्तक, संगठनशास्त्री, शिक्षाविद्, राजनीतिज्ञ, वक्ता, लेखक व पत्रकार आदि जैसी प्रतिभाएं छुपी थीं। पं. दीनदयाल उपाध्याय महान चिंतक और संगठक थे। आरएसएस के एक अहम नेता और भारतीय समाज के एक बड़े समाजसेवक होने के साथ वह साहित्यकार भी थे।
पण्डित दीनदयाल उपाध्याय एक ऐसी राजनीतिक विचारधारा के सूत्रधार एवं समर्थक थे, जिसमें राष्ट्रभक्ति की भावना कूट-कूटकर भरी थी । राजनीति में कथनी और करनी में अन्तर न रखने वाले इस महापुरुष ने भारतीय संस्कृति के प्रति अपनी गहरी आस्था बनाये रखी । हिन्दुत्ववादी चेतना को वे भारतीयता का प्राण समझते थे। पण्डित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रनिर्माण के कुशल शिल्पियों में से एक रहे हैं । व्यक्तिगत जीवन तथा राजनीति में भी सिद्धान्त और व्यवहार में समानता रखने वाले इस महान् भारतीय को काफी विरोधों का सामना करना पड़ा । किन्तु राष्ट्रभक्ति ही जिनका ध्येय हो, ऐसे महापुरुष को भला कौन उनके उद्देश्यों से डिगा सकता है।
उनके द्वारा दिए गए एकात्म मानववाद व अंतोदय के सिद्धांतों पर चलकर ही  जीवन समाज का कल्याण किया जा सकता है और  प्रधानमंत्री  श्री नरेंद्र मोदी वाले के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की  केंद्र सरकार इन्हीं सिद्धांतों पर चलकर देश की सेवा में लगी हुई है । समाज के कल्याण के कार्य कर रही है।
इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष सूद ने अतिथियों का स्वागत किया व वी सतीश का परिचय दिया । मेयर रवि कांत शर्मा ने   सभी उपस्थित अतिथियों व वर्चुअल माध्यम से  जुड़े हुए सभी कार्यकर्ताओं का धन्यवाद किया।
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