कैप्टन अमरिन्दर सिंह के निर्देशों पर 1,80,000 से अधिक प्रवासी मज़दूरों को विशेष रेलगाडिय़ों के द्वारा उनके पैतृक राज्य वापस भेजा गया

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कुल श्रमिक रेलों में से 20 प्रतिशत रेलें पंजाब द्वारा भेजी जा रही हैं
प्रवासी मज़दूरों को विशेष रेलगाडिय़ों द्वारा उनके गृह राज्य वापस भेजने में पंजाब बना अग्रणी राज्य
चंडीगढ़, 16 मई:
कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व अधीन 150 विशेष रेलगाडिय़ों के द्वारा 1,80,000 से अधिक प्रवासी मज़दूरों को उनके पैतृक राज्यों में वापस जाने की सुविधा मुहैया करवा कर पंजाब राज्य ने अपने गृह राज्यों को वापस जाने की इच्छा रखने वालों को बिना किसी मुश्किल के उनके परिवारों के साथ मिलना यकीनी बनाया है।
नोडल अधिकारी विकास प्रताप ने बताया कि मुख्यमंत्री के दिशा-निर्देशों के अनुसार राज्य सरकार प्रवासी मज़दूरों को हर तरह की राहत और सहायता प्रदान करने के लिए 24 घंटे काम कर रही है और यह कार्य डिप्टी कमिश्नरों और फिऱोज़पुर और अम्बाला डिविजऩ के रेलवे अधिकारियों के सहयोग से पूरा किया जा रहा है। इस बड़े कार्य पर सरकारी खज़ाने में से अब तक 10 करोड़ रुपए का ख़र्च आया है। पंजाब सरकार ने आने वाले 10 दिनों में 200 से अधिक रेलगाडिय़ाँ भेजने की योजना बनाई है और आने वाले समय में यह संख्या संभावित सीमा तक और भी बढ़ेगी। विकास प्रताप ने आगे कहा कि पंजाब द्वारा रोज़ाना 20 से ज़्यादा रेलगाडिय़ाँ भेजने की संभावना है, जो पंजाब को इस विशाल कार्य में अग्रणी राज्य बनाता है।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने इस संकट के शुरू में ही राज्य में काम कर रहे सभी प्रवासियों, जो अपने पैतृक राज्यों को वापस जाना चाहते हैं, को हर तरह की सहायता और सहयोग देने का भरोसा दिया था।
प्रवासियों को देश के विभिन्न हिस्सों में पहुँचाने के लिए कुल 150 में से सबसे अधिक रेलगाडिय़ाँ (57) लुधियाना से और 45 रेलगाडिय़ाँ जालंधर से चलाई हैं। अन्य स्थानों जहाँ से रेलगाडिय़ाँ प्रवासियों को लेकर रवाना हुई हैं, उनमें अमृतसर, पटियाला, मोहाली, बठिंडा, फिऱोज़पुर और सरहिन्द शामिल हैं। उन्होंने कहा कि हम दोराहा से भी रेलगाडिय़ाँ चलाने जा रहे हैं।
सबसे अधिक रेलगाडिय़ाँ यू.पी. और उसके बाद बिहार और झारखंड को जा रही हैं। पंजाब सरकार छत्तीसगढ़, मनीपुर, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश को भी रेलगाडिय़ाँ भेज रहा है।
प्रवासी मज़दूरों की मुश्किलें कम करने के लिए राज्य द्वारा हर संभव सहायता प्रदान करने की वचनबद्धता का आश्वासन देते हुए उन्होंने कहा कि घर वापस जाने वाले सभी लोगों को उनके सफऱ के लिए भोजन, पानी और अन्य ज़रूरी चीज़ें भी प्रदान की जा रही हैं।
इसके अलावा, इन सभी राज्यों के लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई है, जो प्रवासियों की उनके गृह राज्यों को सुरक्षित वापसी की सुविधा के लिए दूसरे राज्यों में अपने समकक्ष के साथ सक्रियता से संपर्क में हैं और प्रवासियों की ज़रूरी डॉक्टरी जांच के लिए डिप्टी कमिश्ररज़ स्तर पर टीमों का गठन किया गया है। इन गाडिय़ों में सिफऱ् उन व्यक्तियों को जाने की आज्ञा दी जा रही है जिनमें वायरस के कोई लक्षण नहीं पाए जाते।
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