आतंकवाद को खत्म करने वाली पंजाब पुलिस भाजपा नेताओं पर हमले के दौरान मूकदर्शक क्यों बन जाती है : खन्ना

Avinash Rai khanna

Sorry, this news is not available in your requested language. Please see here.

बहादुर पंजाब पुलिस को मूकदर्शक बना के रख दिया कैप्टन सरकार ने

चंडीगढ़, 17 अप्रैल ( ): बहादुरी से आतंकवाद खत्म करने वाले एवं गैंगस्टर्स को पकडक़र जेल में डालने वाले पंजाब पुलिस के जवान, अफसर न जाने क्या कारण है कि भाजपा व आरएसएस के लोगों पर हमले होने पर मूकदर्शक बन कर रह जाते हैं, यह कहना है भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं हिमाचल भाजपा के प्रभारी श्री अविनाश राय खन्ना का।

खन्ना ने कहा कि अक्टूबर 2020 से लेकर अप्रैल 2021 तक भाजपा व आरएसएस के नेताओं/ कार्यकर्ताओं पर हुए हमले, हमलों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में लगे पंजाब पुलिस कर्मचारियों एवं अधिकारिओं का रोल तथा बाद में पुलिसिया करवाई करने में ढिलाई स्पष्ट करता है कि पंजाब की कांग्रेस सरकार ने भाजपा के खिलाफ झूठा वातावरण खड़ा करने के लिए बहादुर पंजाब पुलिस को मूकदर्शक बनने पर मजबूर किया हुआ है।

खन्ना ने कहा कि घटनाएं स्पष्ट बताती हैं कि जिस तरह वैसाखी वाले दिन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक एवं हरयावल पंजाब के प्रमुख राम गोपाल पर फिरोजपुर जिले में बार-बार पुलिस बल के होते हुए हमले हुए या फिर मलोट में 90 से 100 पुलिस वालों की हाजरी में पंजाबियत को शर्मसार करने वाली हरकत भाजपा विधायक अरुण नारंग के साथ हुई या फिर प्रदेश अध्यक्ष भाजपा पंजाब अश्वनी शर्मा पर 12 अक्टूबर 2020 को हमले के बाद पुलिस की ढीली करवाई या फिर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद श्वेत मालिक पर बार-बार हुए हमले या फिर पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया या फिर पंजाब भर में पुलिस के सुरक्षा के बावजूद भाजपा पदाधिकारियों पर हमले हुए, पंजाब पुलिस ड्यूटी करने की जगह पंजाब कांग्रेस के राजनैतिक एजेंडे को पूरा करने में लगे हुए हैं।

उन्होंने कहा कि पंजाब की कांग्रेस सरकार की यह नीति पंजाब को अराजकता की तरफ धकेल रही है पर डर इस बात का है कि कीमत पुरे पंजाब को चुकानी पड़ेगी।

Spread the love