हर घर रोजगार’ देने का वादा करने वाले कैप्टन अब बेरोजगार युवाओं पर कर रहे हैं अत्याचार
अगर कैप्टन अमरिंदर सिंह के मैनीफैस्टो के 85 प्रतिशत वादे पूरे हुए तो बेरोजगार अध्यापक क्यों कर रहे हैं प्रदर्शन?
चंडीगढ़, 28 मार्च 2021
रविवार को पटियाला में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के घर के बाहर प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों को पुलिस द्वारा पीटे जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए आम आदमी पार्टी ने कहा कि यह बेहद शर्मनाक और अमानवीय घटना है। आम आदमी पार्टी इस घटना की कड़े शब्दों में भर्त्सना करती है।
रविवार को पार्टी मुख्यालय से जारी प्रेस बयान में आप के राज्य युवा अध्यक्ष और विधायक गुरमीत सिंह मीत हेअर ने कहा कि शिक्षकों पर पुलिस द्वारा किए गए हमले की घटना की जितनी निंदा की जाए उतना कम है। बेहद शर्म की बात है की कैप्टन सरकार बेरोजगार शिक्षकों की मांग पूरी करने के बजाए उन पर लाठियां चलवा रही है। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले ‘हर घर रोजगार’ देने का वायदा करने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह अब बेरोजगार युवकों पर अत्याचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी पुलिस के हमले में घायल हुए शिक्षकों के प्रति अपनी सहानुभूति जताती है और उन्हें हर संभव मदद देने का आश्वासन देती है। आम आदमी पार्टी शिक्षकों की मांग के साथ खड़ी है और उनके आंदोलन में हरसंभव सहयोग करेगी।
उन्होंने कहा कि कैप्टन सरकार को शर्म आनी चाहिए कि आज पंजाब के सरकारी स्कूलों में पढ़ाने के लिए शिक्षकों की भारी कमी है, लेकिन कैप्टन सरकार शिक्षकों की भर्ती करने के बजाए उन पर हमला करवा रही है और उन्हें पुलिस से पिटवा रही है। यही है कैप्टन अमरिंदर सिंह के घर-घर रोजगार देने के वादे की सच्चाई। पहले लोगों से रोजगार देने का झूठा वादा करो और जब लोग रोजगार मांगे तो उन पर हमला करवाओ और पुलिस से पिटाई करवाओ।
मीत हेयर ने पूछा कि पंजाब के अख़बारों में हर रोज इश्तिहार देकर अपने चुनाव मैनीफैस्टो के 85 प्रतिशत वादे पूरे होने का दावा करने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह अब बताएं कि अगर उन्होंने हर वादा पूरा किया है तो पंजाब में हर तरफ धरना प्रदर्शन क्यों हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब के युवाओं के साथ बहुत बड़ा धोखा किया है इसी के चलते ही उनके शिक्षा मंत्री विजेंद्र सिंगला के घर के बाहर बेरोजगार अध्यापक करीब 2 महीने से धरना लगाकर बैठें हैं। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर अपने शहर पटियाला में बेरोजगार अध्यापक रोजगार प्राप्त करने के मंसूबे से पानी की टंकियों पर चढ़ रहे हैं लेकिन सरकार ने अभी तक उनकी कोई बात नहीं सुनी है।