जिला में हर रोज पांच हजार से अधिक लोगों का करें कोविड टेस्ट-अमित झा

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होम आईसोलेशन की देखरेख बढाएं
-अस्पतालों में ऑक्सीजन बेडों की संख्या बढाएं
-होमआईसोलेशन मरीजों को दिया जाएं प्रतिरक्षात्मक सामान
-होम आईसोलेशन का कार्य करने वाले चिकित्सकों की जुम मीटिंग लेकर उन्हें करें प्रशिक्षित
-कंट्रोल रूम में एंबुलेंस, होम आईसोलेशन की हों अलग-अलग टीमें
सोनीपत, 05 मई। अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं जिला के कोविड ऑफिसर इंचार्ज अमित झा ने लघु सचिवालय के तृतीय तल पर उद्योगपतियों, चिकित्सकों एवं नोडल अधिकारियों की बैठक में कहा कि कोरोना संक्रमण की चेन को तोडऩे के लिए कंधे से कंधा मिलकर नीति अनुसार कार्य करें।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि जिला में प्रतिदिन पांच हजार से अधिक लोगों की कोविड जांच का लक्ष्य रखकर कार्य करें ताकि सामुदायिक फैलाव को रोका जा सके। जांच किए गए व्यक्ति की जब भी पॉजिटिव रिपोर्ट आएं तो उसे निगरानी में रखें। यदि उसके घर पर अलग कमरा एवं शौचालय है तो उसे होम आईसोलेशन पर रखा जा सकता है अन्यथा पॉजिटिव रिपोर्ट वाले मरीज को कोविड केयर सेंटर में भिजवाएं ताकि उसके परिवार तथा आस-पास में कोविड संक्रमण के फैलाव को रोका जा सके।
जिला के कोविड ऑफिसर इंचार्ज अमित झा ने कहा कि जिला के उद्योगपतियों का सहयोग लेकर कंपनी के सीएसआर कोष से कंसनट्रेटर, वेंटीलेटर, मॉनिटर, रेगुलेटर, फलोमीटर, ओक्सोमीटर, प्रतिरोधक बुस्टर किट, डिजिटल थर्मामीटर, मास्क, सैनेटाईजर एवं स्थानीय स्तर पर मरीजों के सुधार हेतु अन्य सामान की कम से कम दस हजार से ज्यादा किट तैयार करवाएं ताकि कोविड प्रभावित मरीजों के पास इस प्रकार की किट होने पर उसका मनोबल बढता रहे और स्वयं भी अपने स्वास्थ्य सुधार के लिए सुरक्षा करते हुए जांच करते रहें।
उन्होंने कहा कि होम आईसोलेशन कोविड-19 के मरीजों तक पहुंचने वाली चिकित्सा अधिकारियों की टीम प्रशिक्षित टीम हो और उन्हें अच्छी तरह से प्रशिक्षण देते रहे ताकि सही समय पर सही ईलाज मिलता रहे। सरकार की हिदायत है कि किसी भी कीमत पर जिला के प्रत्येक कोविड पीडि़त तक पहुंच बनाई जाए और उसे समय पर सभी चींजे मुहैया हो सके। सरकार के पास धन राशि की कोई कमी नहीं है। उन्होंने आईएमए के डॉक्टरों का आह्वïान किया है कि जब मरीज इस आपदा के वक्त बेवक्त उन्हें दूरभाष पर बात करता है तो उसकी समस्या सुनकर उचित स्वास्थ्य लाभ हेतु परामर्श दें। सरकार की हिदायतानुसार प्रत्येक चिकित्सक किसी भी कीमत पर मरीज के मनोबल को ना गिरने दें यदि कोई चिकित्सक अपने निजि स्वार्थ में उसके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करता पाया गया तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि घर पर चिकित्सा प्राप्त कर रहे मरीजों को यदि दिक्कत होती है तो उसे तुरंत प्रभाव से सरकारी अस्पताल के ऑक्सीजन युक्त बेडों पर लेकर आएं क्योंकि सरकार के पास किसी प्रकार की ऑक्सीजन की कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि जो मरीज घर पर अंदाजे से ऑक्सीजन ले रहे हैं उन्हें मालूम होना चाहिए कि यही ऑक्सीजन उनके फेफड़ों को नुकसान पहुंचा रही है क्योंकि उन्हें यह पता नहीं होता कि किसी सिस्टम से शरीर में कितनी मात्रा से ऑक्सीजन जानी चाहिए। इसलिए सभी को सलाह दी जाती है कि घर में ऑक्सीजन ना लेकर सीधे अस्पताल में पहुंचे। सरकार ने सभी अस्पतालों को निर्देश दिए है कि ऑक्सीजन बेडों की संख्या बढाएं और जो ऑक्सीजन युक्त बेड है उनपर मरीजों को प्रवेश दें। ताकि उन्हें स्वास्थ्य लाभ मिल सके।
तदोउपरांत अतिरिक्त मुख्य सचिव कंट्रोल रूम का निरीक्षण करने के लिए उपायुक्त श्याम लाल पूनिया, अतिरिक्त उपायुक्त अशोक बंसल, सहायक आयुक्त(यूटी) सलोनी शर्मा, एसडीएम गन्नौर वीके मीणा, एचसीएस अधिकारी राजेश सोनी व चिकित्सक पहुंचे। कंट्रोल रूम के परिसर में नागरिकों द्वारा की जा रही कॉल का जायजा लिया और कंट्रोल रूम के नोडल अधिकारी से विस्तार से बातचीत की।

 

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