जिले में 50 आईसोलेशन सैंटरों पर की गई करीब 625 बैड की सुविधा,आईसोलेशन सैंटर पर मिलेंगी जरूरी दवाईयां व जांच किट :निशांत कुमार यादव।

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डीसी ने शुक्रवार को तरावड़ी, नीलोखेड़ी, निसिंग, गोंदर, भैनीखुर्द में जाकर लिया व्यवस्था का जायजा, अधिकारियों को सख्त निर्देश कि ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को मिले आईसोलेशन व कोविड सैंटर में सुविधा, कम लक्षण वाले मरीज का ईलाज हो स्थानीय स्तर पर, इसकी रखें व्यवस्था।
करनाल 14 मई,2021 उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना के बढ़ते प्रसार को रोकने के लिए एक ओर कदम बढ़ाते हुए जिले के ऐसे गांवों में 50 आईसोलेेशन सेंटर खोले हैं, जहां पर उसी गांव के कोरोना संक्रमित ऐसे मरीजों को आईसोलेट किया जाएगा जिनके पास घर पर अलग से आईसोलेट होने का स्थान नहीं है और आईसोलेशन में रहने वाले मरीजों के लिए प्रशासन द्वारा किट भी उपलब्ध करवाई जाएगी जिसमें पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर तथा आवश्यक दवाईयां शामिल हैं। इन आईसोलेशन सेंटरों पर हर वो जरूरी सुविधा दी जाएगी जिनकी मरीज की जरूरत है। इन सेंटरों पर जरूरतों को पूरा करने और उपलब्धता को देखते हुए उपायुक्त ने गोंदर और भैनीखुर्द आईसोलेशन सैंटरों का निरीक्षण भी किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि समय की नजाकत को देखते हुए सजगता से काम करना होगा, मरीज पर हर समय नजर रखनी होगी, दिक्कत होती है तो तुरंत मरीज को सीएचसी व कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में भेजना होगा।
उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने शुक्रवार को ग्रामीण क्षेत्र में नीलोखेड़ी, निसिंग के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा तरावड़ी के लिए डेरा राधा स्वामी सत्संग ब्यास के भवन में बनाए गए कोविड केयर वार्डों का निरीक्षण किया और वहां उपस्थित एसएमओ को कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में बढ़ते हुए कोविड मरीजों की संख्या को देखते हुए 10-10 ऑक्सीजन बैड वाले इन वार्डों की स्थापना की गई है। इन वार्डों की स्थापना का उद्देश्य सार्थक हो इसके लिए मॉडरेट स्थिति वाले मरीजों को इन कोविड केयर वार्डों में ईलाज देना सुनिश्चित करें और जिन्हें ऑक्सीजन की आवश्यकता है, उन्हें ऑक्सीजन उपलब्ध करवाएं ताकि उन्हें जिला स्तर पर ईलाज के लिए न आना पड़े। ऐसा करने से उनके ईलाज का खर्च भी बचेगा और समय की बचत के साथ-साथ परिवार को परेशानी भी नहीं होगी। केवल उन्हीं मरीजों को करनाल के केसीजीएमसी में रैफर किया जाए जिनकी स्थिति गंभीर हो और उन्हें वैंटिलेटर की जरूरत हो। उन्होंने मौके पर मौजूद चिकित्सक स्टाफ को यह भी निर्देश दिए कि ऑक्सीजन की जरूरत का विशेष ध्यान रखें और इसकी सूचना जिला प्रशासन के साथ सांझा करें। उन्होंने चिकित्सक स्टाफ को बताया कि जिला प्रशासन को जल्द ही 100 ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर तथा करीब 6500 पल्स ऑक्सीमीटर उपलब्ध हो जाएंगे। जरूरत अनुसार ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर और पल्स ऑक्सीमीटर की आपूर्ति सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर की जाएगी तथा आईसोलेशन सैंटरों और घर पर आईसोलेट होने वाले मरीजों को भी पल्स ऑक्सीमीटर दिए जाएंगे। उन्होंने संबंधित एसएमओ को कोविड केयर वार्ड में 24 घंटे बिजली की उपलब्धता के लिए इन्वर्टर व जनरेटर के बैकअप की सुविधा के साथ-साथ पेयजल, शौचालय तथा साफ-सफाई की उचित व्यवस्था बनाए रखने के भी निर्देश दिए।
उपायुक्त ने बताया कि यह सुविधा जिले के सभी 8 सीएचसी केंद्रों पर उपलब्ध करवाई गई है। किसी भी मरीज को घबराने की जरूरत नहीं है, हर संभव स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रशासन ने तैयारी की है। जिले में डॉक्टर व अन्य स्टाफ की पूरी उपलब्धता है। ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। घर-घर ऑक्सीजन मरीज को मिले इसके लिए पोर्टल बनाया गया है। अब तक 291 लोंगो ने पोर्टल पर रजिस्ट्रड किया है, जिनमें 186 मरीज के घर पर ऑक्सीजन उपलब्ध करवाई है। जिले के सभी कोविड अधिकृत अस्पतालों में ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा है।
इस मौके पर एसपी गंगाराम पुनिया, एडीसी वीना हुड्डा, जिला परिषद के सीईओ गौरव कुमार, बीडीपीओ जगबीर दलाल व सुमित चौधरी, एसएमओ तरावड़ी डा. कृष्णकांत, एसएमओ नीलोखेड़ी डा. अनु शर्मा, एसएमओ निसिंग डा. राजेश जोहरी, डा. वंदना, चेयरमैन नगरपालिका नीलोखेड़ी सनमित कौर, गोंदर की सरपंच सीमा राणा व नरेश राणा, गुरमेज सिंह गोंदर, समाजसेवी सतनाम आहूजा, डेरा राधा स्वामी सत्संग ब्यास के जिला सचिव मुकेश तलवार, तरावड़ी डेरा सचिव जगदीश कामरा तथा नगरपालिका स्टाफ उपस्थित रहा।
 उपायुक्त ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र पर इन गांवों व कस्बों में बनाए गए आईसोलेशन सैंटर।
डीसी ने बताया कि ओल्ड नीलोखेड़ी, सीकरी, समानाबाहू, बराना, नीलोखेड़ी शहर, संधीर, बरसत, चौरा, कालरम, बसताड़ा, जयसिंहपुरा, राहड़ा, बिलौना, अरड़ाना, बाहरी, चोंचड़ा, अलावला, ओंगद, डेरा मेहताब, ब्रास, पिचौलिया, जुंडला, कतलेहड़ी, राजेपुर, अमुपुर, खेड़ा, मुरादगढ़, बीबीपुर जाटान, गढ़ी गुजरान, बजीदा जाटान, खेड़ी मानसिंह, गांगर, शामगढ़, नड़ाना, भैनीखुर्द, तखाना, भैनीकलां, निगदू में 10-10 बैड के आईसोलेशन सैंटर बनाए गए हैं जबकि पंघाला और कबुलपुर खेड़ा में 8-8 बैड, गोंदर में 50 बैड, बड़ौता में 25 बैड, नरूखेड़ी, सिरसी व बड़ागांव में 20-20 बैड, ऊंचा समाना में 16 तथा कुंजपुरा में 35 बैड के आईसोलेशन सैंटर बनाए गए हैं। इसके अतिरिक्त इंद्री के गुढ़ा और नगरनिगम के मधुबन में भी आईसोलेशन सैंटर बनाए गए हैं। इस प्रकार करीब 50 आईसोलेशन सैंटर में करीब 625 आईसोलेशन बैड की व्यवस्था कर दी गई है।
आईसोलेशन सेंटरों पर जाकर पेयजल व्यवस्था, पावर बैकअप, शौचालय व्यवस्था,

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