पलवल शुगर मिल ने सर्वाधिक गन्ना पिराई का नया रिकार्ड कायम किया:निदेशक सुमन भांखड़

palval suman bhakda

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पिछले सभी सालों का रिकार्ड तोड़ 33.58 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई हुई
मिल में अच्छी गुणवता के गुड़-शक्कर का उत्पादन शुरू, मार्केट में डिमांड बढ़ी
पलवल,12 मई,2021  पलवल शुगर मिल की प्रबंध निदेशक सुमन भांखड़ ने बताया कि इस बार चीनी मिल ने अब तक का नया रिकार्ड कायम करते हुए 33.58 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई कर 3 लाख 19 हजार 318 क्विंटल चीनी का उत्पादन किया। इससे पहले मिल ने वर्ष 2017-18 में 31.85 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई की गई थी।
श्रीमती भांखड़ ने अपने कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि इस बार मिल द्वारा पिछले सभी सालों से अधिक गन्ने की पिराई की गई और इस बार मिल में गुड़ व शक्कर का उत्पादन भी शुरू किया गया। इस मिल से बने गुड़ व शक्कर की गुणवता को काफी पसंद किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बीते दिन 11 मई को मिल द्वारा पिराई सत्र 2020-21 का पारंपरिक तरीके से समापन किया गया। पिराई सत्र का शुभारंभ दो नवंबर को किया गया था।
उन्होंने बताया कि हरियाणा के दक्षिणी क्षेत्र में यह एकमात्र शुगर मिल है, जो अभी तक चीनी का उत्पादन कर रही थी। हरियाणा सरकार के निर्देशानुसार इस बार 100 प्रतिशत नेचुरल एवं केमिकल फ्री, गोल्डन ब्राउन कलर में अच्छी गुणवत्ता के साथ प्राकृतिक विटामिन, मिनल्र्स एवं ऑयरन युक्त मसालेदार गुड़ व शक्कर का उत्पादन किया जा रहा है, जिसका रेट 70 रुपये प्रति किलोग्राम निर्धारित किया हुआ है। यहां बने गुड़-शक्कर की आजकल मार्किट से काफी मांग आ रही है। उन्होंने बताया कि पलवल सहकारी चीनी मिल सोसायटी 1973 में रजिस्टर्ड हुई थी और वर्ष 1984-85 में 1250 टीसीडी क्षमता के साथ पिराई का शुभारंभ किया गया था। किसानों की लंबे समय से मांग को स्वीकार करते हुए मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने इसकी पिराई क्षमता को बढाने के निर्देश दिए तथा पिराई सत्र 2019-20 में मिल की पिराई क्षमता 1600 टीसीडी से बढ़ाकर 1900 टीसीडी किया गया। मिल का क्षेत्र 32 किलोमीटर की परिधि में फैला हुआ है तथा इससे लगभग 400 गांव के किसान लाभांवित हैं। वर्तमान में मिल के 41 हजार 617 शेयर धारक हैं।
मिल क्षेत्र के किसान भाइयों एवं नेशनल हाईवे से निकलने वाले यात्रियों की सुविधा के मद्देनजर मिल के सामने अपनी जमीन पर दोनों तरफ डीजल-पेट्रोल पंप व सीएनजी/पीएनजी चार्जिंग स्टेषन लगाने के लिए पलवल शुगर मिल के हिन्दुस्तान पैट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर हो चुके हैं। जिससे किसान, कर्मचारी व ट्रांसपोर्टर एवं नेशनल हाईवे से निकलने वाले सभी यात्रियों की सुविधा के मद्देनजर प्रबंधक वर्ग द्वारा एक प्रभावी कदम उठाया है। इससे मिल की वित्तीय स्थिति को भी मजबूती मिलेगी।
इस सीजन के दौरान लगभग 3 हजार किसानों के माध्यम से 20 बाह्य गन्ना क्रय केंद्र एवं मिल गेट पर गन्ना उपलब्ध करवाया गया है। इस वर्ष मिल क्षेत्र में 16 हजार 300 एकड़ गन्ने का रकबा था तथा 37.00 लाख क्विंटल गन्ने की बौन्डिग की गई थी। जिसमें से मिल को 33.58 लाख क्विंटल गन्ना उपलब्ध हुआ है। इस वर्ष किसानों को गन्ने की अगेती किस्म का रेट 350/-रूपये व मध्यम/पछेती का रेट 345/-रूपये प्रति क्विंटल दिया जा रहा है। मिल द्वारा अब तक 7249.23 लाख रूपये की राशि गन्ने की पैमेंट किसानों के खाते में भेज दी गई है, जोकि कुल पैमेंट का लगभग 61.70 प्रतिशत है। शेष राशि का भुगतान भी शीघ्र ही कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि आगामी सीजन 2021-22 के लिए मिल क्षेत्र में लगभग 18 हजार एकड़ गन्ने का रकबा है जिसमें लगभग 54.00 लाख क्विंटल गन्ना की पैदावार होने की संभावना है तथा मिल को लगभग 38.00 लाख क्विंटल गन्ना मिलने की संभावना है। प्रबंध निदेशक ने सभी किसान भाईयों से अपील की है कि वे अपनी गन्ना के बारे किसी भी जानकारी के लिए मिल क्षेत्र में तैनात गन्ना विभाग के कर्मचारी/अधिकारियों से संपर्क कर समस्या का समाधान करते हुए मिल की योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
पलवल सहकारी चीनी मिल ने पिछले कई वर्षों में राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर अवॉर्ड प्राप्त किए हैं। इस अवसर पर मिल की प्रबंध निदेशक सुमन भांखड़ ने उच्च अधिकारियों से समय-समय पर प्राप्त मार्गदर्शन के लिए आभार व्यक्त किया तथा सभी गन्ना उत्पादक किसान भाईयों के सहयोग एवं मिल के सभी अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा दिए गए योगदान के लिए सभी को शुभकामनाएं व्यक्त करते हुए आगामी सीजन में बहुत अच्छे परिणाम प्राप्त कर कीर्तिमान स्थापित करने की अपील की।

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