बेटियों की उन्नति के लिए निरंतर किये जा रहे प्रयासों की बदोलत आज प्रदेश में लड़कियां न केवल स्कूली शिक्षा प्राप्त कर रही हैं, बल्कि उच्च व तकनीकी शिक्षा में भी आगे बढ़ रही

MANOHARLAL
Haryana Government is actively working towards making Haryana an industrial hub

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चंडीगढ़, 6 अक्तूबर – हरियाणा सरकार द्वारा बेटियों की उन्नति के लिए निरंतर किये जा रहे प्रयासों की बदोलत आज प्रदेश में लड़कियां न केवल स्कूली शिक्षा प्राप्त कर रही हैं, बल्कि उच्च व तकनीकी शिक्षा में भी आगे बढ़ रही हैं । यह कहना है अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद द्वारा प्रगति छात्रवृत्ति में चयनित प्रदेश की छात्राओं का, जो आज यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के साथ सीधा संवाद कर रही थीं।

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह गर्व की बात है कि अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद द्वारा आरंभ की गई छात्रवृत्ति योजना में हरियाणा से प्रगति छात्रवृत्ति के लिए 280 छात्राओं और सक्षम छात्रवृत्ति के लिए 19 विद्यार्थियों का चयन हुआ है। इन्हें प्रति विद्यार्थी 50 हजार रुपये वार्षिक की दर से छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है।

उन्होंने कहा की अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद की सराहना करता हूं जिसने तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए  प्रगति छात्रवृत्ति योजना और सक्षम छात्रवृत्ति योजना चलाई हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि ये योजनाएं बेटियों और दिव्यांग विद्यार्थियों को तकनीकी शिक्षा के लिए प्रेरित करेंगी और उनके कौशल विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।

श्री मनोहर लाल ने कहा कि  नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के ही अनुरूप स्थानीय भाषाओं में तकनीकी शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से हरियाणा के तकनीकी विश्वद्यालयों में इस सत्र से इंजीनियरिंग के कोर्स हिन्दी भाषा में आंरभ किये जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से सीधे संवाद करते हुए अपने विद्यालय के समय का स्मरण करते हुए कहा कि सन 1971 में उन्होंने जब 2 वर्ष के लिए 480 रुपये की छात्रवृत्ति प्राप्त की थी तब उन्हें आभास हुआ कि छात्रवृत्ति शिक्षा प्रदान करने की दिशा में एक क्त्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए कितनी महत्वपूर्ण है और आज इन विद्यार्थियों को मिल रही छात्रवृत्ति भी उनके जीवन में बदलाव लाने का एक बड़ा साधन बन रही है।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने प्रदेश में बेटियों और दिव्यांगों की शिक्षा के लिए पर्याप्त व्यवस्था की है। राज्य सरकार की योजनाएं हमेशा अंत्योदय दर्शन पर केंद्रित रही हैं।उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार का यही प्रयास है कि पैसों के अभाव के कारण कोई भी विद्यार्थी शिक्षा से वंचित न रहे, इसके लिए प्रदेश सरकार विभिन्न प्रकार की छात्रवृत्ति विद्यार्थियों को प्रदान कर रही है।

श्री मनोहर लाल ने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थी का संपूर्ण विकास भी बहुत जरूरी है। इसी को देखते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप कौशल विकास मिशन की स्थापना की गई और हरियाणा देश का पहला ऐसा राज्य है जिसने कौशल विश्वविद्यालय स्थापित किया है। इसके  तहत हजारों युवाओं को कौशल विकास के कोर्स करवाकर उन्हें रोजगार योग्य बनाया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के कारण निराश्रित हुई किशोरियों को ‘मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना’के तहत वित्तीय सहायता के तौर पर 1500 रुपये भी देने का प्रावधान किया है।

दिव्यांगों को सुविधाएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार ने समाज के हर वर्ग के कल्याण के लिए कदम उठाए हैं। दिव्यांगों के उत्थान और पुनर्वास के प्रति राज्य सरकार विशेष रूप से प्रयास कर रही है ताकि यह वर्ग सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक व शारीरिक रूप से समर्थ होकर समाज की मुख्य धारा से जुड़ सके।

उन्होंने कहा कि कोविड के कारण अनाथ हुए बच्चों के पुनर्वास और सहायता के लिए शुरू की गई मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत दिव्यांग बच्चे को शिक्षा के लिए 1500 रुपये मासिक दिए जाते हैं। इसके अलावा, दिव्यांग छात्रों को उनकी निःशक्तता के अनुरूप तथा कक्षा के अनुसार छात्रवृत्ति दी जाती है।

अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के अध्यक्ष श्री अनिल डी. सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि 2 साल पहले तक हरियाणा से केवल तीन या चार विद्यार्थी ही इन छात्रवृत्ति के लिए चयनित होते थे, लेकिन आज 280 और 19 विद्यार्थियों का चयनित होना हरियाणा सरकार द्वारा शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे हैं प्रयासों का ही परिणाम है। विद्यार्थियों की संख्या को और आगे बढ़ाने का निरंतर प्रयास रहेगा।

उन्होंने कहा कि परिषद द्वारा शुरू की गई प्रगति छात्रवृत्ति केवल छात्राओं को तकनीकी शिक्षा में बढ़ावा देने के लिए है। इसी प्रकार सक्षम छात्रवृत्ति दिव्यांग छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए आरंभ की गई है। इन दोनों छात्रवृत्ति योजनाओं के तहत विद्यार्थियों को 50000 रुपये वार्षिक छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है।

संवाद कार्यक्त्रम के दौरान प्रगति छात्रवृत्ति योजना में चयनित सृष्टि, सुहावना, भूमिका, तनु, साक्षी और सक्षम छात्रवृत्ति योजना में चयनित विक्त्रम ने मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद का धन्यवाद किया।

इस मौके पर तकनीकी शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव श्री आनंद मोहन शरण, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव तथा सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डॉ अमित अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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