मुख्यमंत्री की नाकामी का नतीजा है 100 करोड़ जीएसटी चोरी घोटाला – हरपाल सिंह चीमा

Harpal singh Cheema
ਬੀ.ਐਸ.ਐਫ ਦੇ ਮੁੱਦੇ ’ਤੇ ‘ਆਪ’ ਨੇ ਇਜਲਾਸ ਤੋਂ ਵਾਕਆਊਟ ਕਰਕੇ ਪੁੱਛਿਆ, ਮੋਦੀ- ਚੰਨੀ ਦੀ ਕੀ ਹੋਈ ਡੀਲ?

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‘आप’ को नहीं है विजीलैंस ब्यूरो की जांच पर भरोसा

चण्डीगढ़, 7 सितम्बर 2020
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के सीनियर नेता और नेता प्रतिपक्ष ने टैक्स व एक्साइज विभाग में हुए 100 करोड़ रुपए के चोरी घोटाले के लिए मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह की निकम्मी कार्यप्रणाली को जिम्मेदार ठहराया, जिस कारण चारों तरफ भ्रष्टाचार और माफिया राज का बोल-बाला है।
पार्टी हैडक्वाटर से जारी बयान के द्वारा हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि टैक्स व एक्साइज विभाग मुख्यमंत्री के पास है। इसी तरह विजीलैंस ब्यूरो भी बतौर गृह मंत्री अमरिन्दर सिंह के अधीन है। विजीलैंस ब्यूरो की जांच और मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक टैक्स व एक्साइज विभाग के अफसर-कर्मचारी ट्रांसपोर्टरों/व्यापारियों से प्रति महीना 30 हजार से लेकर 2.5 लाख तक की रिश्वत लेकर जीएसटी चोरी में प्रदेश के खजाने को वार्षिक 100 करोड़ रुपए का चूना लगा रहे हैं। सवाल यह है कि इतने बड़े स्तर पर सक्रिय ऐसा जीएसटी माफिया सम्बन्धित मंत्री (जो मुख्यमंत्री ही हैं) की प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष सहमति या भागीदारी के बना कैसे संभव है? यह माननीय हाईकोर्ट के मौजूदा जजों की निगरानी में उच्च स्तरीय और समयबद्ध न्यायिक जांच का मामला है।
हरपाल सिंह चीमा ने पंजाब विजीलैंस ब्यूरो की तरफ से इस मामले की की जा रही जांच पर असंतुष्टी प्रकट करते हुए कहा कि पिछले लम्बे अरसे से पंजाब विजीलैंस ब्यूरो खुद माफिया की तर्ज पर काम कर रहा है। पीएसआईईसी में हुए 1500 करोड़ रुपए से अधिक के औद्योगिक प्लाट घोटाले को जिस तरीके से दबाया गया है, उच्च प्रशासनिक आधिकारियों और विजीलैंस ब्यूरो की मिलीभुगत की यह ताजा मिसाल है। पंजाब विजीलैंस ब्यूरो के नाम इस तरह की अनगिणत मिसालें इतिहास के पन्नों में दर्ज हैं।

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