चंडीगढ़, 31 अगस्त 2021 हरियाणा की महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती कमलेश ढांडा ने प्रदेश के लोगों से अपील की है कि बच्चों व महिलाओं के पोषण में सुधार लाने के लिए पहली से 30 सितंबर, 2021 तक चलाए जा रहे राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान आंगनवाड़ी केन्द्रों पर सहयोग के लिए आगे आएं व इसका लाभ उठाएं।
श्रीमती ढांडा ने इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष अभियान में क्षेत्रीय भोजन को पोषाहार में शामिल करने पर विशेष बल दिया गया है तथा थीम भी ‘कुपोषण छोड़ पोषण की ओर- थामे क्षेत्रीय भोजन की डारे थीम’ इसी पर आधारित है।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सहयोग से पहली से 15 सितम्बर, 2021 तक सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों पर 0-6 वर्ष के बच्चों के कद की लम्बाई एवं वजन माप के लिए ड्राइव चलाया जाएगा और अभियान की शुरूआत सभी पणधारकों द्वारा रैलियों के माध्यम से की जाएगी ताकि लोग इसके महत्व के प्रति जागरूक हो सकें।
उन्होंने बताया कि आंगनवाड़ी केन्द्रों, स्कूल परिसरों, ग्राम पंचायत एवं अन्य स्थानों पर उपलब्ध भूमि पर सभी पणधारकों द्वारा ‘पोषण वाटिका’ लगाई जाएगी। इस दौरान लोगों को किचन गार्डन विकसित करने बारे भी जागरूक किया जाएगा ताकि उन्हें रोजमर्रा की जरूरत की हरी सब्जियां घर पर ही मिल सकें। इसके अलावा, ‘पोषण के लिए पौधे’ कार्यक्रम के तहत आयुष विभाग द्वारा लोगों को औषधीय पोधों के लाभ एवं महत्व के बारे जानकारी देने के लिए स्पेशल टॉक का आयोजन किया जाएगा और पोषण वाटिका के बारे जागरूकता उत्पन्न की जाएगी।
श्रीमती ढांडा ने बताया कि इस दौरान पोषाहार के लिए ‘योग एवं आयुष थीम’ पर भी कार्यक्रम चलाए जाएंगे और आम जनता को योग के बारे जागरूक किया जाएगा। सरकारी कर्मचारी एवं निगमित निकायों में पांच मिनट का ‘योगा प्रोटोकोल’ किया जाएगा। महिलाओं एवं बच्चों के लिए ऑनलाइन नि:शुल्क लघु अवधि के योगा पाठ्यक्रम चलाए जाएंगे।
श्रीमती ढांडा ने बताया कि तीसरे सप्ताह के दौरान आंगनवाड़ी केन्द्रों के लाभार्थियों को ‘क्षेत्रीय पोषण किट’ वितरित की जाएगी जिसमें सुकाड़ी-गुजरात, पंजीरी-पंजाब, सत्तू-बिहार, चिक्की-महाराष्टï्र के व्यंजन शामिल होंगे और क्षेत्रीय एंव स्थानीय खान-पान के बारे जानकारी देने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि चौथे सप्ताह के दौरान सीवियर एक्यूट मॉलन्यूट्रीशन (एसएएम) बच्चों की पहचान एवं उनके स्वास्थ्य की जांच करना, ऐसे बच्चों के आहार बारे जागरूकता उत्पन्न करने के लिए उनकी माताओं से बैठकें आयोजित करना, अन्नप्राशन दिवस एवं स्तनपान पर बल देते हुए समुदाय आधारित कार्यक्रम आयोजित करना, गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं एवं किशोरियों की बैठकें आयोजित करना शामिल है। \्र
उन्होंने बताया कि 30 सितम्बर,2021 को पोषण माह के समापन अवसर पर आंगनवाड़ी वर्कर्स द्वारा आंगनवाड़ी केन्द्रों में बच्चों के पोषण स्तर की रिपोर्ट तैयार की जाएगी और खंड स्तर पर रिपोर्ट का संकलन किया जाएगा।