हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने शिक्षिण संस्थाओं को आहवान किया कि वे विद्यार्थियों को कम लागत में प्रौद्योगकी की नई तकनीकियों में पारंगत करें तभी युवाओं का स्टार्ट-अप की तरफ ध्यान और अधिक आकर्षित होगा

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चंडीगढ़, 14 मई – हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने शिक्षिण संस्थाओं को आहवान किया कि वे विद्यार्थियों को कम लागत में प्रौद्योगकी की नई तकनीकियों में पारंगत करें तभी युवाओं का स्टार्ट-अप की तरफ ध्यान और अधिक आकर्षित होगा। श्री दत्तात्रेय आज श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय, पलवल और मनीपाल विश्वविद्यालय, जयपुर द्वारा संयुक्त रूप से पलवल में आयोजित स्टार्ट-अप वैन्चर्स-प्रौद्योगिक विकास व भविष्य की रणनीति नामक विषय पर दूसरे अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन को वर्चूयल रूप से संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि स्टार्ट-अप और ईको सिस्टम किसी भी देश के विकास के ईजन हैं। हमे एक-दूसरे से सीखने-सीखाने और स्टार्ट-अप के लिए अनुकूल वातावरण बनाने के लिए एक दूसरे की मदद करनी होगी। शिक्षिण संस्थाएं अपने छात्रों को उनकी रूचि के अनुकूल बिजनेस मॉडल के लिए प्रोत्साहित कर पाएं तो यह आत्म निर्भर भारत के नक्शे की दिशा में एक बड़ा योगदान होगा। पिछले कुछ सालों से भारत में प्रौद्योगिकी के स्टार्ट-अप में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
उन्होंने कहा कि बेंगलूरू स्थिति नियो बेंकिंग स्टार्ट-अप 50 मिलियन अमेरिकी डॉलर जुटाने के बाद भारत 100वां स्टार्ट-अप बन गया है। आज जैम पोर्टल पर बड़ी संख्या में स्टार्ट-अप पंजीकृत किए गए हैं और उन्हें सार्वजनिक संस्थाओं से भारी आडर्र मिले हैं। यह देश के लिए गर्व की बात है कि वर्तमान में 65 हजार से अधिक स्टार्ट-अप कि साथ संयुक्त राज्य और चीन के बाद दूनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्ट-अप इको सिस्टम भारत के पास है और यह लगातार मजबूत भी हो रहा है।
उन्होंने कहा कि स्टार्टअप पहल के रूप में भारत सरकार ने स्टार्टअप में निजी निवेश को बढ़ावा देने के लिए सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों में स्टार्टअप स्कीम के लिए फंड ऑफ फंड्स और स्टार्टअप इंडिया सीड फंड स्कीम को लागू किया है। जिसके सकारात्मक परिणाम आए हैं। स्टार्टअप इंडिया सीड फंड योजना के तहत 2021-2022 से शुरू होकर चार साल की अवधि के लिए 945 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा स्टार्टअप मेले का भी आयोजन किया जा रहा है, जो स्टार्टअप को एक कुशल और जानकार दर्शकों के सामने अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए एक आदर्श मंच प्रदान करेगा।
विश्वविद्यालय कौशल विश्वविद्यालय, पलवल और मणिपाल विश्वविद्यालय, जयपुर को ‘‘स्टार्टअप वेंचर्स-प्रौद्योगिकी विकास और भविष्य की रणनीतियां‘‘ पर संयुक्त रूप से दूसरे अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस के आयोजन के लिए बधाई के पात्र है। यह आयोजन देश के अन्य विश्वविद्यालयों व शिक्षण संस्थाओं के लिए उदाहरण होगा।

 

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