अंगदान मृत्यु के बाद भी अंगदाता को गौरवान्वित करता है – मुख्यमंत्री गहलोत
जयपुर, 03 फरवरी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सवाई मानसिंह चिकित्सालय जयपुर द्वारा एक सप्ताह में दूसरी बार सफलतापूर्वक अंग प्रत्याराेपण करने पर एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भण्डारी एवं अंग प्रत्याराेपण करने वाले चिकित्सकाें की पूरी टीम काे बधाई दी है।
गहलोत ने कहा कि देशभर में प्रतिवर्ष हजाराें मरीजाें की मृत्यु शरीर के महत्वपूर्ण अंगाें के कार्य करना बंद करने से हाे जाती है। ऐसे में सही समय पर अंग प्रत्याराेपित कर गंभीर बीमारियों से जुझ रहे कई मरीजाें काे जीवनदान दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अंगदान महादान है। अंगदान कर दूसराें का जीवन बचाना मृत्यु के बाद भी अंगदाता और उसके परिजनो ं का े गौरवान्वित करता ह ै। यह सकारात्मक संदेश आज समाज के हर व्यक्ति तक पहुंचाने की आवश्यकता है ताकि ब्रेनडेड घाेषित किए गए मरीज के परिजन समय पर उस मरीज के अंगाें काे दान करने के लिए माेटिवेट हाे सकें।
उल्लेखनीय है कि सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती 14 वर्षीय विशाल के ब्रेन डेड घाेषित हाेने के बाद डॉक्टराें की समझाइश से उसके परिजनाें ने अंगदान करने का फैसला लिया। इसके बाद विशाल की दाे किडनी एसएमएस अस्पताल में ही जरूरतमंदाें काे लगाइ गईं। मरीज का लीवर महात्मा गा ंधी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल, जयपुर भेजा गया जबकि दाेना ें फेफडे एवं हृदय चार्टर्ड विमान से चेन्नई भेजे गए जहां उनका सफलतापूर्वक प्रत्याराेपण किया गया। सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य व साेटाे के चेयरमैन डॉ सुधीर भंडारी ने बताया कि राज्य में कार्यरत स्टेट ऑर्गन एंड टिश्यू टांंसप्लांट आर्गेनाइजेशन की टीम डॉ. अमरजीत मेहता, डॉ मनीष शमार्, डॉ अजीत सिंह व राेशन बहादुर तथा सवाई मानसिंह अस्पताल के टांंसप्लांट काे-ऑर्डिनेटर्स के अथक प्रयासों से विशाल के परिवारजन काे अंगदान के लिए प्रेरित किया गया।