आपने खिलाफ कैसे निष्पक्ष जांच कर सकता है पंजाब पुलिस और राजनैतिक गठबंधन
चंडीगड़, 3 अगस्त 2020
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के सीनियर नेता व नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह सरकार ने अपने साढ़े तीन वर्षों के कार्यकाल के दौरान हर मामले और घपले-घोटाले पर पर्दा डालने के इलावा कुछ नहीं किया। हरपाल सिंह चीमा मुताबिक श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी और बहबल कलां-कोटकपूरा गोली कांड से लेकर आज तक मुख्य मंत्री सिर्फ स्पैशल जांच टीम (सिट) गठित करके गोंगलूओं से माटी झाड़ देते हैं। जो इमानदार, प्रोफेशनल और अपराइट अफसर जांच को अंजाम की तरफ ले चलते हैं, उनके हांथ बांध दिए जाते हैं, बाकी जी हजूर विशेष जांच दल सब आरोपियों को ‘कालीन चिट्ट’ देने पर काम कर रही हैं।
पार्टी हैडक्वाटर से जारी बयान के द्वारा हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह पंजाब के लोगों को स्पष्ट करें कि उन्होंने कौन से मामले या घोटाले की जांच अंजाम तक पहुंचा कर दोषियों को सजा यकीनी बनाई है। जबकि अब तक शराब माफिया पर काबू पाने के लिए उच्च स्तरीय सिट, बीज घोटाले पर सिट, बटाला पटाखा फैक्टरी मामले पर सिट, नशे की कमर तोडऩे के लिए सिट, खन्ना-राजपुरा-घनौर नकली शराब फैक्टरियों पर सिट समेत अनगिणत निष्कर्ष का गठन किया जा चुका है, परंतु नतीजा जीरो का जीरो निकला है।
हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि माझा में जहरीली शराब के कहर ने साबित कर दिया है कि सरकार अपनी सरप्रस्ती में पुलिस-प्रशासन के द्वारा यह काला धंधा करवाती है। बादलों की तरह अब कांग्रेसी मंत्री, विधायक और स्थानीय नेता करोड़ों-अरबों रुपए कमा रहे हैं और पंजाब के खजाने और लोगों की जिन्दगियों के साथ खेल रहे हैं। हरपाल सिंह चीमा ने हाल ही दौरान पुलिस अफसरों की तबादलों में पटियाला के एक उस पुलिस अफसर को बदले जाने पर सवाल उठाया जो राजपुरा-घनौर की नकली शराब फैक्टरियों के मामे में शामिल कांग्रेसी विधायकों को सजा दिलाना चाहता था।
चीमा ने कहा कि नकली और जहरीली शराब मामले की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज या फिर सीबीआई से कम मंजूर नहीं, क्योंकि हर तरह के माफिया में शामिल राजनीतिज्ञों और पुलिस तंत्र का गठजोड अपने खिलाफ निष्पक्ष जांच नहीं कर सकता।