फाजिल्का 20 अगस्त 2021
विश्व मच्छर दिवस के अवसर पर एक पम्फ्लेट जारी करते हुए डॉ देवेन्द्र ढांडा सिविल सर्जन फाज़िलका ने बताया कि 1897 में सर रौनलड रोष ने सबसे पहले ये खोज की के मलेरिया मादा मच्छर के काटने के कारण होता है। उन्होंने कहा कि जिले मे मलेरिया और डेंगू की स्तिथि अभी तक कंट्रोल मे है। डेंगू के 80 सेमपल लिए गए हैं जिनमें से 3 को डेंगू पाया गया। स्वास्थ्य विभाग की NVBDCP ब्रांच के कर्मी एंटी लार्वा एक्टिविटी लगातार कर रहे हैं। फाज़िलका की राधा स्वामी कॉलोनी, सिविल हस्पताल, साधु आश्रम, प्रताप बाग, थाना क्षेत्र (सिटी) में घर घर जा कर स्वास्थ्य सहायक सुरिंदर कुमार के नेतृत्व में स्वर्ण सिंह गुरजीत सिंह गुरजंट सिंह व इनसेक्ट कलेक्टर मनजोत अपनी सेवाए दे रहे हैं। FRIDAY DRY DAY अभियान के तहत कूलरों ग़मलो फ्रीजों को चेक कर रहे हैं और साथ में लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं। स्वास्थ्य कर्मियों की तरफ से किसी प्रकार की कोई कमी नहीं बरती जा रही। पर जब तक लोग हर शुक्रवार को DRY DAY मनाना शुरू नहीं करते और अपने घर कार्यालय में पानी खड़ा नहीं होने देंगे तब तक ये बीमारी कहीं ना कहीं से प्रहार करती रहेगी क्यूँकी मच्छर पैदा होता रहेगा। डॉ अमित गूगलानी जो के जिला एपीडेमीआलोजीस्ट है ने कहा के लोगों के सहयोग से ही हम डेंगू मलेरिया को खत्म कर सकते हैं। अगर किसी को भी किसी भी प्रकार का बुखार होता है तो तुरंत जांच करवाने के लिए अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाए और जांच के बाद अपना पूरा इलाज करवाये। इस अवसर पर जिला मास मीडिया अधिकारी अनिल धामूॅ ने बताया कि अपने घर के पास पानी न रुकने दे और साफ सफ़ाई का पूरा ध्यान रखे। घर की छत पर बारिश के मौसम में टूटे फूटे सामन में पानी रुकना एक आम बात है और डेंगू का मच्छर इसी साफ पानी में पैदा हो कर हमें ही डेंगू ग्रस्त कर देता है। मलेरिया का मच्छर गंदे पानी के ऊपर पैदा होता है। जरूरत है जागरूक होने की। आओ हम सभी मिलकर इस जागरूकता अभियान को घर घर पहुंचाये। और फाज़िलका को डेंगू से बचाएं। इस अवसर पर डॉ कविता DFPO, डॉ धालीवाल DDHO, डॉ सुनीता, सुरिंदर कुमार MPHS ,स्वर्ण सिंह,कृष्ण कुमार MPHW मौजूद थे।