केंद्र लखीमपुर खीरी में निर्दोष किसानों के हत्यारों के खिलाफ कार्रवाई करने में देरी न होने दे: शिरोमणी अकाली दल

ਲਖੀਮਪੁਰ ਖੀਰੀ
ਲਖੀਮਪੁਰ ਖੀਰੀ ਵਿਖੇ ਮਾਸੂਮ ਕਿਸਾਨਾਂ ਦੇ ਕਾਤਲਾਂ ਖਿਲਾਫ ਕਾਰਵਾਈ ਲਈ ਦੇਰੀ ਦੀ ਆਗਿਆ ਨਾ ਦੇਵੇ ਕੇਂਦਰ ਸਰਕਾਰ : ਅਕਾਲੀ ਦਲ

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कोर कमेटी ने सिख समुदाय के धार्मिक मामलों में आप दिल्ली सरकार द्वारा हस्तक्षेप करने पर कड़ा नोटिस लिया

चंडीगढ़/05अक्टूबर 2021

शिरोमणी अकाली दल ने आज कहा है कि केंद्र सरकार को लखीमपुर खीरी में निर्दोष किसानों के हत्यारों के खिलाफ कार्रवाई करने में देरी नही करनी चाहिए तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से तीनों कृषि कानूनों को तुरंत वापिस लेने की अपील की है।

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पार्टी ने अपनी कोर कमेटी की मीटिंग के बाद इस संकल्प के बारे में बताया जिसकी अध्यक्षता पार्टी अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने की।अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र सरकार को किसान समुदाय की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए खेती कानूनों को रदद करना चाहिए। ‘‘ इस बात की भी आवश्यकता है कि जानमाल की हानि न हो तथा और जानें न जाएं’’।

कोर कमेटी ने हैरानी जताते हुए कहा कि लखीमपुर में निर्दोष किसानों की बर्बर हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई शुरू नही की गई है। साथ ही केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा द्वारा दिए गए भड़काऊ भाषणों सहित पूरी घटना की न्यायिक जांच की मांग की।कोर कमेटी ने प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा की अगुवाई में शिरोमणी अकाली दल के प्रतिनिधिमंडल को लखीमपुर खीरी की ओर जाने से रोकने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की निंदा की।

कोर कमेटी ने इस बात पर भी कड़ा नोटिस लिया कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार सिख समुदाय के अंदरूनी मामलों में दखल दे रही है।इसमें कहा गया है कि आप सरकार शिरोमणी अकाली दल द्वारा पूर्ण बहुमत से जीतने के बावजूद दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) के गठन पर किसी न किसी आधार पर रोक लगा रही है।

अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि कैसे मनजिंदर सिंह सिरसा के सह-विकल्प को शिरोमणी कमेटी के उम्मीदवार के रूप में अस्वीकार करने के लिए मसक्कत की जा रही ह।‘‘ सरदार सिरसा का नामांकन सभी पहलुओं में सही था और यह भी प्रमाणित किया गा था  िकवह पंजाबी भाषा जानते हैं लेकिन एक के बाद एक बहाने बनाकर उनके नामांकन को अस्वीकार किया गया’’।

 उन्होने कहा कि इसी तरह दिल्ली की सिंह सभा के बीच लाॅटरी सिस्टम द्वारा सदस्यों के सह-

विकल्प के मामले में गुरुद्वारा मामलों के निदेशक ने सिंह सभाओं के अध्यक्षों का सह विकल्प नही चुना था। उन्होने यह भी खुलासा किया कि डीएसजीएमसी चुनाव जीतने वाले शिरोमणी अकाली दल के सात से आठ सदस्यों को किस तरह से डराने धमकाने के लिए झूठे मामलों में आरोपी के रूप में नामजद किया गया था।

दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार ने संवैधानिक संस्थाओं को नष्ट कर रही है, का दावा करते हुए अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि शिरोमणी अकाली दल किसी भी हालत में सिख समुदाय के धार्मिक मामलों में इस प्रत्यक्ष हस्तक्षेपको बर्दाश्त नही करेगा। ‘‘ सिख समुदाय ने लंबे संघर्ष के बाद महंतो के नियंत्रण से ‘ गुरु घाम’’ को मुक्त कराया है और डीएसजीएमसी के साथ साथ अन्य सिख संस्थाओं को गठन करते हुए कानूनी प्रक्रिया की रक्षा को सुनिश्चित करने के लिए संघर्ष करेंगें’’।

कोर कमेटी ने लखीमपुर खीरी में किसानों के जीवन के नुकसान के लिए दो मिनट का मौन रखकर शोक व्यक्त किय।

मीटिंग में  वरिष्ठ नेता बलविंदर सिंह भूंदड़, जत्थेदार तोता सिंह, बीबी जागीर कौर, निर्मल सिंह काहलों, डाॅ. दलजीत सिंह चीमा , जत्थेदार हीरा सिंह गाबड़िया, बिक्रम सिंह मजीठिया, सिकंदर सिंह मलूका, सुरजीत सिंह रखड़ा तथा बलदेव सिंह मान

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