अपने व अपने परिवार को स्वस्थ रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग को सहयोग करें लोग: अरोड़ा

ਆਪਣੇ ਅਤੇ ਆਪਣੇ ਪਰਿਵਾਰ ਨੂੰ ਸਿਹਤਮੰਦ ਰੱਖਣ ਲਈ ਸਿਹਤ ਵਿਭਾਗ ਨੂੰ ਸਹਿਯੋਗ ਕਰਨ ਲੋਕ : ਅਰੋੜਾ

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– कैबिनेट मंत्री ने मोहल्ला भगत नगर की झुग्यिों में बच्चों को पिलाई पल्स पोलियो बूंदे
– स्वास्थ्य टीमों को मिशन फतेह के अंतर्गत लोगों को जागरुक करने की भी अपील की
– जिले की 171 टीमों की ओर से 27662 बच्चों को पिलाई जाएंगी पल्स पोलियो बूंदे
होशियारपुर, 21 सितंबर:
उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा ने कहा कि मौजूदा समय में अपने व अपने परिवार को स्वस्थ रखने के लिए हमें स्वास्थ्य विभाग की ओर से चलाए जा रहे कार्यक्रमों में उनको हर संभव सहयोग देना चाहिए तभी हम अपने व अपने परिवार को स्वस्थ रख सकते हैं। वे आज होशियारपुर के मोहल्ला भगत नगर की झुग्यिों में बच्चों को पल्स पोलियो बूंदे पिलाने के दौरान वहां के लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने वहां के बच्चों को पल्स पोलियो बूंदे पिलाई व स्वास्थ्य टीमों को सहयोग करने की अपील भी की। इस मौके पर उनके साथ एस.एम.ओ. डा. जसविंदर सिंह स्वास्थ्य टीम के साथ मौजूद थे।
कैबिनेट मंत्री अरोड़ा ने स्वास्थ्य टीमों को अपील करते हुए कहा कि वे पल्स पोलियो बूंदे पिलाने के साथ-साथ लोगों को कोरोना वायरस से बचाव संबंधी सावधानियां अपनाने के लिए भी प्रेरित करें व कोविड-19 से बचाव के दिशा निर्देशों का भी पूरा पालन करें। उन्होंने लोगों को अपने 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को यह बूंदे पिलाने के लिए प्रेरित किया और कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से 22 सितंबर तक झुग्ी झोंपडिय़ों में पल्स पोलियो बूंदे पिलाई जा रही है और वे आने वाली पैरा मैडिकल टीमों को सहयोग कर अपने बच्चों को पल्स पोलियो बूंदे जरुर पिलाएं
सुंदर शाम अरोड़ा ने कहा कि माइग्रेटरी पोलियो राउंड के दौरान स्वास्थ विभाग की 171 टीमों की ओर से प्रवासी आबादी को कवर करने के लिए 27662 बच्चों को पोलियो बूंदे पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोविड महामारी के दौरान बच्चों की सुरक्षा के लिए हमें अपने बच्चों को पोलियो बूंदे पिलाकर पोलियो वायरस से बचाना चाहिए व घर आई टीमों को सहयोग देना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीमों की मेहनत व लोगों के सहयोग से देश में वर्ष 2011 से पोलियो का एक भी केस न आना बहुत खुशी की बात है, परंतु भारत के पड़ोसी देशों में अभी भी यह मामले सामने आ रहे हैं, इस लिए हम सभी को सर्तक रहना है और अपने बच्चों के स्वास्थ्य की खुद चिंता करनी है।

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