कहा कि यह साजिश का हिस्सा है। केजरीवाल चाहते हैं कि पंजाब में स्थिति बिगड़े ताकि वे इस मुददे पर राजनीति कर सकें: सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया
कहा कि यह पहली बार नही है जब केजरीवाल ने पंजाब विरोधी एजेंडे के विरूद्ध काम किया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने एसवाईएल और धान की पराली जलाने पर भी दोहरी राजनीति की
चंडीगढ़/10जुलाई 2021 शिरोमणी अकाली दल ने आज आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंदर केजरीवाल द्वारा राज्य के थर्मल प्लांटों को बंद करने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर पंजाब के हितों के खिलाफ काम करने की निंदा करते हुए कहा कि इससे आप का पंजाब विरोधी एजेंडा उजागर हुआ है।
यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि ‘हर कोई जानता है कि पंजाब के किसान, उद्योग, व्यापारी और आम आदमी बिजली कटौती की गंभीर मार झेल रहे हैं’। उन्होने कहा कि इस बिजली आपातकाल के दौरान केजरीवाल ने पंजाब के थर्मल प्लांटों को बंद करने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रूख किया । ‘ यह सब साजिश का हिस्सा है। यह स्पष्ट है कि आप चाहती है कि पंजाब में बिजली की स्थिति बिगड़े ताकि वह इस मुददे पर राज्य में राजनीति कर सके ’।
इस तरह की राजनीति की घोर निंदा करते हुए सरदार मजीठिया ने कहा कि ‘ यदि केजरीवाल के पास अंतरआत्मा होती , तो वह यह सब करने से पहले सैंकड़ों बार सोचते , जिससे न केवल पंजाब की अर्थव्यवस्था तबाह हो जाएगी , बल्कि देश के अनाज की जरूरतों को भी खतरा पैदा हो जाएगा’। उन्होने कहा कि यदि याचिका सफल होती है तो इससे व्यापार को आगे बढ़ाने वाले उद्योगों का भी सफाया हो जाएगा। उन्होने कहा कि केजरीवाल जिस तरह से पंजाब के खिलाफ दिल्ली को खड़ा कर रहे हैं, यह करना उचित नही है’।
सरदार मजीठिया ने कहा कि ऐसा पहली बार नही हुआ है, जब केजरीवाल ने पंजाब विरोधी एजेंडे को आगे बढ़ाया हो, भले ही उन्होने जब राज्य का दौरा किया था तो पंजाब समर्थक मुखौटा लगाया था। उन्होने कहा कि इससे पहले सतलुज यमुना लिंक (एसवाईएल) नहर मामले में केजरीवाल ने इसकी वकालत की थी कि पजंाब का दौरा करते समय नहर नही बनाई जानी चाहिए , बल्कि दिल्ली वापिस जाकर अदालत में हलफनामा दायर कर कहा कि दिल्ली और हरियाणा को भी एसवाईएल के पानी का अधिकार है , तथा नहर का निर्माण होना चाहिए।
शिरोमणी अकाली दल के नेता ने कहा कि केजरीवाल का दोहरा चरित्र तब भी देखा गया जब उन्होने राज्य की यात्रा के दौरान किसानों के साथ सहानुभूति व्यक्त की थी तथा फिर तुरंत अदालत में हलफनामा दायर कर मांग की थी , धान की पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज किए जाने चाहिए। उन्होने कहा कि केजरीवाल ने यह अध्ययनों के बावजूद जिसमें<