-डाॅ. स्वामी रामेश्वरानन्द (न्यूरो सर्जन)
युग की महामारी कोरोना को हराने के लिए आम जन पीड़ित मानवता की सेवा के लिए आगे आए
– स. अमरीक सिंह वासरीकर
चंडीगढ़ 14 मई 2021 नान्देड़ साहिब-महाराष्ट्र, राष्ट्रीय सिख संगत की इकाई के वेबीनार में राष्ट्रीय संत प्रमुख श्र(ेय निर्मले संत डाॅ. स्वामी रामेश्वरानन्द जी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्राीय प्रचारक माननीय अतुल लिमये जी की उपस्थित में संगतों का आह्वान करते हुए कहा कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर इतनी भयंकर है कि इस पर विजय प्राप्त करने के लिए जहां समाज का मनोबल बनाने के लिए संत समाज को आगे आना पड़ेगा, वहां अपने श्र(ालुओं को कोरोना रोगियों की सेवा की भी तन-मन-ध्न से प्रेरणा देनी होगी। लोकप्रिय प्रधनमंत्राी श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में हम देश, ध्र्म, समाज रक्षक श्री गुरु तेगबहादुर जी का 400वां प्रकाश पर्व वर्ष मना रहे हैं, उन्हीं गुरुओं की शिक्षाओं से प्र्रेरित होकर आज भी हमें इस कोरोना संकट से भारत को उभारना होगा।
देवगिरि प्रान्त महाराष्ट्र के कार्यकारी अध्यक्ष सरदार अमरीक सिंह वासरीकर-एडवोकेट, पूर्व चेयरमैन-शिक्षा समिति गुरुद्वारा श्री नान्देड़ साहिब ने विचार सांझे करते हुए कहा कि जहां भारत सरकार ने विदेशों के अपने प्रभाव से कोरोना महामारी की बहुत बड़ी-बड़ी आवश्यकताएं बहुत बड़ी संख्या में मदद के रूप में प्राप्त करनी शुरु की हंै, वहां हम हिन्दुस्थानियों को भी कोरोना से पीड़ित समाज की सेवा के लिए तन-मन-ध्न से आगे आना होगा। श्री गुरु तेगबहादुर जी ने ध्र्म की रक्षा के लिए अपना शीश देकर हमंे जो संदेश दिया है वह आज जन-जन को अपने जीवन में प्रकटाने की आवश्यकता है।
राष्ट्रीय सिख संगत के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सरदार गुरबचन सिंह मोखा ने देश, ध्र्म, समाज की रक्षा के लिए हिंद दी चादर श्री गुरु तेगबहादुर जी के 400वां प्रकाश पर्व वर्ष को कोरोना महामारी को जड़ से समाप्त करने संकल्प करवाया।
देवगिरि प्रान्त ;महाराष्ट्रद्ध के सम्पर्क अध्किारी एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बौ(िक प्रमुख माननीय अनिल जोशी ने महाराष्ट्र में चल रहे सेवाकार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि इस समय कोरोना रोगियों की हस्पताल, आॅक्सीजन, दवाईयां तथा सब प्रकार की सेवाएं कार्यकर्ताओं द्वारा करने का संकल्प लिया है। आगे भी हम सबको इस महामारी की आवश्यकताएं पूरी करने के लिए सब प्रकार से तत्पर रहना होगा। राष्ट्रीय मंत्राी सरदार दलजीत सिंह खालसा ने अपने प्रस्तावित भाषण में कहा कि हम दशगुरु परम्परा के मार्ग पर चलने वाले संत सिपाही है। हमें अपने निजी जीवन में से जब-जब समाज जीवन में कोई चुनौती आती है तो स्वीकार करने में गौरव अनुभव होता है। हम इस भयंकर, तूपफानी महामारी पर भी विजय प्राप्त करेंगे।
राष्ट्रीय सिख संगत के राष्ट्रीय मंत्राी श्री राजन खन्ना ;मुम्बईद्ध गुरवाणी एवं सिख इतिहास के विद्वान ने उपस्थित महानुभावों को स्मरण कराया, कि औरंगजेब के द्वारा हिन्दुस्थान का इस्लामीकरण करने के संकल्प से श्री गुरु तेगबहादुर जी एवं भाई मतीदास, भाई सतिदास को जिस करूरता से शहीद किया गया वह मानव इतिहास का कलंकित पृष्ठ है। उसे स्मरण कर 400वां प्रकाश पर्व वर्ष को कोरोना महामारी पर विजय प्राप्त करने के लिए संकल्प बनाकर सरकार के साथ-साथ समाज को भी खड़ा होना होगा।
राष्ट्रीय महामंत्राी संगठन श्री अविनाश जायसवाल जी ने पदाध्किारियों को विशेष ध्यान दिलाते हुए कहा कि आज हिन्दुस्थान को कोरोना महामारी के रूप में जो चुनौती मिल रही है वह हमारी संस्कृति, सभ्यता, जीवन मूल्यों को भारत के व्यक्ति-व्यक्ति के द्वारा स्वीकार कर श्री गुरु तेगबहादुर जी की लड़ी में महापुरुषों को केवल स्मरण ही नहीं करना, बल्कि उनकी शिक्षाओं से प्रेरित होकर आने वाली पीढ़ियों को भी अपने हृदय का स्नेह, त्याग, आत्मीयता देकर उनके अन्दर का पुरुषार्थ, साहस, त्याग और समर्पण जगाकर कोरोना रोगियों की सेवा के लिए तैयार होने में गौरव महसूस करना होगा।
इस वेबीनार को कोंकण प्रान्त के सम्पर्क अध्किारी माननीय विवेक भागवत जी, विदर्भ प्रान्त ;नागपुरद्ध के अध्यक्ष सरदार राजिन्दर सिंह भंगु, प्रदेश महामंत्राी स. राजवंत सिंह तुली, राष्ट्रीय मंत्राी स. दलजीत सिंह खालसा ने ;प्रस्तावित भाषणद्ध, पश्चिमी महाराष्ट्र प्रान्त ;पूणेद्ध के संगठन मंत्राी श्री बापू पोद्दार, उपाध्यक्ष स. दलजीत सिंह भाटिया, मंत्राी श्री रमेश गुरनानी, देवगिरि प्रान्त के संगठन मंत्राी श्री दत्ता कुलकर्णी, प्रदेश अध्यक्ष सरदार अवतार ंिसंह सोढ़ी, प्रमुख समाजसेवी श्री संतोष वर्मा तथा अनेक समाजिक, धर्मिक, सांस्कृतिक संगठनों के प्रमुखों ने एकजुट होकर कोरोना महामारी को हराने का संकल्प लिया।