बिलासपुर 5 जून,2021- मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर डाॅ0 प्रकाश दरोच ने जानकारी देते हुए बताया कि कोविड महामारी की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग बिलासपुर पूरी तरह से सतर्क है।
उन्होंने बताया कि इस लहर के अंतर्गत बच्चों के ज्यादा प्रभावित होने की आशंका के मघ्यनजर जिला में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए डीसीसीसी केन्द्रों कोठीपुरा, मातृ आंचल श्री नैनादेवी, डीसीएचसी घुमारवीं, आरएच बिलासपुर तथा आयुर्वेदिक चिकित्साल्य बिलासपुर में बच्चों के इलाज के लिए पर्याप्त मात्रा में बैड की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि इलाज के लिए आॅक्सीजन सिलैडर, दवाएं जिनमें बच्चों के सिरप व अन्य उपकरण शामिल हैं सभी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं।
उन्होंने बताया कि जिला में ब्लैक फंगस के मरीजों के इलाज के लिए बिलासपुर अस्पताल प्रशासन एम्स के विशेषज्ञों डाॅक्टर के साथ तालमेल करके कार्य कर रहा है। उन्होंने बताया कि एम्स के विशेषज्ञों के द्वारा अस्पताल में विजिट की गई है तथा उनके द्वारा दिए गए सुझावों पर अमल किया जा रहा है।
इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न अधिकारी एवं कर्मचारियों तथा आशा कार्यकर्ताओं द्वारा गांव-गांव व घर-घर जाकर प्रचार प्रसार सामग्री के माध्यम से समूह बैठकों द्वारा पंचायती राज संस्थाओं के साथ समन्वय करके लोगों को कोविड से बचाव, अनुकूल आचरण करने के लिए प्रेरित किया जा रहा हैं ताकि तीसरी लहर के प्रभाव से जनता को बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि जिला स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तैयार है तथा इस के लिए सभी उचित प्रबन्ध कर लिए गए है।
उन्होने जनता से अपील की, कि वे इससे घबराएं नहीं बल्कि कोविड से बचाव हेतू अनूकुल आचरण जिनमें मास्क का सही तरीके से उपयोग, दो गज की दूरी है जरुरी, हाथों को बार-बार साबुन/सैनेटाईजर से साफ करे। उपयोग किए हुए मास्क को इधर-उधर न फैंककर उसका उचित निपटारा करें। खांसी, जुखाम, बुखार, सांस लेने में तकलीफ, शरीर दर्द होने पर विलम्ब न करें अपनी जांच करवाएं और डाॅक्टर की सलाह अनुसार आचरण करें।
उन्होंने लोगों से आहवान किया कि पाॅजिटिव आने की स्थिति में इधर-उधर न घूमें क्योंकि इससे संक्रमण अन्य व्यक्तियों में भी फैल सकता है।