पर्यटन उद्योग को राहत देने के लिए संवेदनशीलता से किया जाएगा विचार- मुख्य सचिव

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जयपुर, 2 जुलाई। मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य ने कहा है कि पर्यटन राजस्थान की अर्थव्यवस्था का एक महत्त्वपूर्ण घटक है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण राज्य के पर्यटन उद्योग पर पड़े प्रभाव के समाधान के लिए राज्य सरकार की ओर से गंभीर प्रयास किये जा रहे हैं।
श्री आर्य शुक्रवार को सचिवालय में आयोजित विभागीय सचिवों और पर्यटन उद्योग से जुड़े प्रतिनिधियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंन कहा कि पर्यटन से जुड़े हितधारकों को कोरोना के कारण जिन वित्तीय हालातों का सामना करना पड़ा है, उन्हें राहत देने के लिए राज्य सरकार द्वारा संवेदनशीलता से विचार किया।
बैठक के दौरान एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स तथा होटल एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने कोरोना काल में बिजनेस नहीं होने के कारण राज्य सरकार से विभिन्न प्रकार के करों में रियायत के लिए मांग की। एसोसिएशन ने हेरिटेज होटलों के एक भाग को स्वतंत्र रूप से रेस्टोरेन्ट के रूप में संचालित करने पर इन्हें भी हेरिटेज प्रमाणपत्र देने तथा हेरिटेज होटल पॉलिसी के तहत ही बार लाइसेंस देने का भी आग्रह किया। उद्योग प्रतिनिधियों ने ग्रामीण पर्यटन को ध्यान रखते हुए गांवों में पर्यटन से संबंधित इकाई लगाने पर करों में छूट की मांग भी रखी।
बैठक में वित्त विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री अखिल अरोरा, पर्यटन विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़ और पर्यटन विभाग के निदेशक श्री निशांत जैन सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया।
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