अम्बाला, 18 मई,2021 केंद्रीय जल शक्ति एवं सामाजिक न्याय व अधिकारिता रा’यमंत्री रतनलाल कटारिया ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि केंद्र सरकार प्रत्येक व्यक्ति के सुरक्षित जीवन के लिए प्रतिबद्ध है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व और विदेश नीति की सार्थकता के फल स्वरूप हमें 27 अप्रैल से विभिन्न देशों और संगठनों से कोविड-19 चिकित्सा सामग्री और उपकरण के तौर पर अंतरराष्ट्रीय सहयोग प्राप्त हो रहा है , जिसमें ऑस्ट्रेलिया, रोमानिया, अमेरिका, रूस, जापान, कजाकस्तान, ब्रिटेन, जर्मनी, पुर्तगाल, स्लोवेनिया, कतर और कुवैत आदि देश शामिल हैं, 27 अप्रैल से 16 मई के बीच केंद्र सरकार को विदेशी सहायता के तौर पर 19 ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र, 11,&21 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, 15,801 ऑक्सीजन सिलेंडर और करीब साढे 5 लाख रेमडेसिविर इंजेक्शन, 7,470 वेंटिलेटर प्राप्त हुए हैं। कटारिया ने कहा केंद्र सरकार बिना किसी भेदभाव के इस राहत सामग्री को विभिन्न रा’यों व केंद्र शासित प्रदेशों को वितरित कर रही है।
कटारिया ने कहा कि रेल मंत्रालय ‘ऑक्सीजन एक्सप्रेस’ के माध्यम से रिकॉर्ड 10,000 टन प्राण वायु की ढुलाई विभिन्न रा’यों को कर चुका है, 19 अप्रैल को मुंबई से शुरू हुई यह सेवा 1& रा’यों को अभी तक ऑक्सीजन की सप्लाई कर चुकी है। उन्होंने बताया कि रेलवे ने 600 से ’यादा टैंकरों में भरे 10,&10 टन तरल चिकित्सा ऑक्सीजन विभिन्न रा’यों तक पहुंचाई गई है। उन्होंने बताया कि रेलवे देश के पश्चिम में हापा और मुंद्रा, पूर्व में राउरकेला, दुर्गापुर, जमशेदपुर और अंगुल से ऑक्सीजन लेकर उसे उत्तराखंड, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, हरियाणा, तेलंगाना, पंजाब, केरल, दिल्ली और उत्तर प्रदेश पहुंच रही है।
कटारिया ने कहा हरियाणा के यशस्वी मुख्यमंत्री मनोहर लाल करोना पर विजय प्राप्त करने के लिए जी जान से मेहनत कर रहे हैं, अभी पिछले दिनों पानीपत और हिसार में 500-500 बेड के अस्पताल और फरीदाबाद में 100 बेड के अस्पताल का उद्घाटन किया है। हरियाणा सरकार ने रा’य में ऑक्सीजन, वेंटिलेटर व अन्य जरूरी दवाइयों की कमी नहीं आने दी है, हालांकि हरियाणा में दिल्ली से भी काफी संख्या में मरीज उनके अस्पताल में भर्ती हुए हैं, जिसके कारण अस्पतालों को कुछ कठिनाई का सामना करना पड़ा था, परंतु हरियाणा सरकार ने उन सब मरीजों का भी इलाज किया और उन्हें सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान की, जिससे हरियाणा के नेतृत्व की दरियादिली उजागर होती है।