शिअद-बसपा ने राज्य भर में पीएसपीसीएल कार्यालयों के बाहर विरोध प्रदर्शन किया

Sorry, this news is not available in your requested language. Please see here.

धान के किसानों के लिए आर्थिक पैकेज और डीजल पर वैट में कमी की मांग की
कहा कि यदि मांगे पूरी न की गई तो पार्टी मुख्यमंत्री तथा मंत्रियों का घेराव करेगी
सरदार सुखबीर सिंह बादल ने मोर्चा संभाला तथा लांबी, फाजिल्का तथा जलालाबाद में विरोध प्रदर्शन किया
चंडीगढ़/02जुलाई 20221 शिरोमणी अकाली दल तथा बहुजन समाज पार्टी ने आज राज्य भर में पीएसीपीसीएल कार्यालयों के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया ताकि किसानों घरेलू उपभोक्ताओं तथा उद्योगों की दुर्दशा को उजागर किया जा सके , क्योंकि कांग्रेस सरकार ने जानबूकर शहरी क्षेत्रों में अनिर्धारित बिजली कटौती करने और उद्योगों को सप्ताह में दो बार बंद करने का आदेश देने के अलावा किसानों को आठ घंटे की बिजली की सप्लाई पर रोक लगा दी है।
शिअद-बसपा ने मांग की कि कांग्रेस सरकार डीजल पर तत्काल कटौती करने के अलावा , डीजल जनरेटर का इस्तेमाल करने के लिए मजबूर हुए किसानों को तत्काल आर्थिक पैकेज देने की मांग की है। उन्होने कहा कि अगर किसानों के साथ साथ घरेलू तथा औद्योगिक उपभोक्ताओं को बिजली की नियमित आपूर्ति बहाल करने के साथ साथ ये सुधारात्मक उपाय नही किए गए तो पार्टी अगले चरण में मुख्यमंत्री तथा मंत्रियों का ’घेराव ’ करेगी।
शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने लांबी, फाजिल्का तथा घुबाया में विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए तथा लोगों की दुर्दशा के लिए पूरी तरह से कैप्टन अमरिंदर सिंह को जिम्मेदार ठहराया। उन्होने कहा कि धान किसानों को बिजली की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री ने बिजली विभाग के साथ एक बार भी समीक्षा बैठक नही की। उन्होने यह भी जोर देकर कहा कि सब्सिडी बिल कम रखने के लिए जानबूझकर बिजली की सप्लाई नही कर रहे। ‘ कांग्रेस सरकार किसानों को मुफ्त बिजली नही देना चाहती , और यही कारण है कि जब सबसे ज्यादा जरूरत है , तब वे बिजली की सप्लाई नही कर रहे’।
फाजिल्का में धान के खेतों के बीच खड़े सरदार सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि सरकार ने बठिंडा के प्लांट को बंद करने के साथ साथ तलवंडी साबों के प्लांट की एक यूनिट को बंद किया पर थर्मल प्लाटों का समय समय पर रखरखाव सुनिश्चित करने का कोई प्रयास नही किया। उन्होने कहा कि अकाली दल सरकार के कार्यकाल में किसानों को घरेलू तथा औद्योगिक क्षेत्रों को 24 घंटे की आपूर्ति निर्बाध मिली थी।
पूर्व मंत्री सरदारनी हरसिमरत कौर बादल ने बठिंडा शहर और संगत मंडी में धरने में हिस्सा लिया , जिसमें उन्होने खुलासा किय कि किस तरह पूर्ववर्ती अकाली दल सरकार ने ट्रांसमिशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम को अपग्रेड करने के लिए 4000 करोड़ रूपये खर्च किए थे। उन्होने कहा कि कांग्रेस सरकार ने पिछले साढ़े चार सालों में एक मेगावाट अतिरिक्त बिजली पैदा करने में नाकाम रहने के अलावा ग्रिडों के रखरखाव के लिए धन निर्धारित नही किया। उन्होने कहा कि यह सब किसानों को मुफ्त बिजली की आपूर्ति देने को रोकने के लिए जिम्मेदार है जो धान के किसानों को हल जोतने के लिए मजबूर कर रहा है। उन्होने आम आदमी पार्टी के बारे में कहा कि उसने दिल्ली में बिजली उपभोक्ताओं को कोई व्यवहारिक राहत नही दी , केवल विज्ञापनों पर हजारों करोड़ रूपये खर्च किए

Spread the love