कहा कि मुख्यमंत्री सीधे तौर पर संकट के लिए जिम्मेदार , औद्योगिक क्षेत्र को पर्याप्त आपूर्ति देने के लिए बिजली खरीदी जानी चाहिए
राज्य बिजली उपयोगिता के कुप्रबंधन पर चर्चा के लिए विशेष विधानसभा सत्र बुलाने की मांग की
चंडीगढ़/07जुलाई 2021 शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज कांग्रेस सरकार से मांग की है कि बिजली आपूर्ति कुप्रबंधन के कारण वर्तमान में किया जा रहा जबरन लॉकडाउन से राज्य उद्योग को हुए नुकसान के लिए एक आर्थिक पैकेज की पेशकश की जानी चाहिए। उन्होने कहा कि किए गए वादे के अनुसार पांच रूपये प्रति यूनिट के आधार पर उद्योगों को बिजली प्रदान की जानी चाहिए।
यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष ने कहा कि पिछले डेढ़ सालों से कोविड लॉकडाउन के कारण भारी नुकसान झेलने के बाद उद्योग बिजली लॉकडाउन की चपेट में है, जिसमें सरकार ने बड़े पैमाने पर उद्योगों को पांच दिनों के लिए बंद करने और निरंतर उद्योगों को बिजली की आपूर्ति के अनुबंधित भार को 50 फीसदी कम करने के अलावा औद्योगिक क्षेत्र को तीन के लिए अनिवार्य बंद करने के लिए कहा गया है। ‘ इससे राज्य के उद्योगों की कमर टूट गई है, जिससे कि उन्हे दैनिक आधार पर करोड़ों रूपये का नुकसान हो रहा हैं , क्योंकि वे उतने ऑर्डर बना नही पा रहे हैं तथा नुकसान झेल रहे हैं’।
सरदार सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र के लिए पर्याप्त बिजली सुनिश्चित करने के लिए तत्काल बिजली खरीदी जानी चाहिए। उन्होने कहा कि उद्योगों को दो महीने तक मौजूदा साइकिल के लिए तथा बंद करने के कारण होने वाले नुकसान की आर्थिक पैकेज की पेशकश की जानी चाहिए। उन्होने कहा, ‘ मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के वादे के मुताबिक पांच रूपये प्रति यूनिट की लैंडिंग लागत पर बिजली मुहैया कराई जानी चाहिए’।
सरदार बादल ने विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की भी मांग की। उन्होने कहा कि पीएसपीसीएल, जिसे अकाली दल सरकार की अगुवाई वाले कार्यकाल के दौरान 2015 में सर्वक्षेष्ठ बिजली की आपूर्ति करने के लिए पुरस्कृत किया गया था, जिसे अब उपभोक्ताओं को पर्याप्त बिजली आपूर्ति करना कठिन लग रहा है। पिछले साढ़े चाल में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार , कुप्रबंधन और कांग्रेस सरकार एक भी मैगावाट बिजली की बढ़ोतरी करने में नाकाम रही है, तथा ऐसी स्थिति हो गई है कि धान के किसानों को पर्याप्त बिजली नही मिल रही है, तथा घरेलू उपभोक्ताओं पर भी अनिर्धारित बिजली की कटौती की जा रही है। मुख्यमंत्री को पंजाबियों को यह बातना चाहिए कि जो पंजाब शिरोमणी अकाली दल की सरकार के समय सरप्लस बिजली प्रदान कर रहा था अब वितरण प्रणाली तथा रखरखाव की कमी के कारण बिजली प्रदान करने में असमर्थ है’।
सरदार बादल ने कहा कि बिजली की उपयोगिता के इंजीनियरों की चेतावनी के बावजूद धान के सीजन से पहले किसी भी रखरखाव यां मरम्मत का काम करने का प्रयास नही किया गया है। ‘बठिंडा थर्मल प्लांट