सामाजिक सुरक्षा और महिला एवं बाल विकास विभाग को और मज़बूत करने के लिए किये गए कई प्रयास –  अरुणा चौधरी

Sorry, this news is not available in your requested language. Please see here.

विभाग ने कोविड लोगों की मदद करने में अहम भूमिका निभाई
गर्भवती महिलाओं, दूध पिलाने वाली माताओं, कुपोषित बच्चों की तरफ और ध्यान दें आंगनवाड़ी वर्कर

चंडीगढ़, 16 सितम्बरः
पंजाब के सामाजिक सुरक्षा और महिला एवं बाल विकास विभाग के मंत्री श्रीमती अरुणा चौधरी ने आज यहाँ कहा कि पंजाब सरकार द्वारा सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग को और मज़बूत करने के लिए कई प्रयास किये गए हैं जिससे ज़मीनी स्तर तक लोगों को सामाजिक सुरक्षा के अधीन सरकारी योजनाओं का लाभ पहुँचता किया जा सके।
श्रीमती चौधरी आज यहाँ पोषण अभ्यान माह के अंतर्गत करवाए गए राज्य स्तरीय वर्कशाप की अध्यक्षता कर रहे थे। विभाग द्वारा 1 सितम्बर से 30 सितम्बर, 2021 तक राज्य भर में पोषण माह मनाया जा रहा है।
इस मौके पर बोलते हुये उन्होंने कहा कि विभाग में बड़े स्तर पर पंजाब सरकार की तरफ से भर्ती की गई और साथ ही साथ् ायोग्य अधिकारियों /कर्मचारियों को तरक्कियां भी दी गई। श्रीमती चौधरी ने कहा कि हमारा यह विभाग प्रत्यक्ष तौर पर समाज सेवा से जुड़ा हुआ है और सभी ही खुशकिस्मत वाले हैं कि हमें समाज के उन लोगों की मदद करने का सौभाग्य मिला है, जिनकी मदद करने वाले बहुत कम होते हैं।
इस मौके पर विभाग के अधिकारियों से अपील की कि वह पंजाब सरकार की तरफ से विभाग के द्वारा शुरू किये गए विभिन्न प्रोजेक्टों को अगामी तीन माह में मुकम्मल कर लें
श्रीमती चौधरी ने कहा कि विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा कोरोना महामारी के दौरान लोगों की मदद करने में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि विशेष तौर पर हमारी आंगनवाड़ी वर्करों की तरफ से अपनी जान को जोखिम में डाल कर लोगों की कीमती जानें बचाई।
उन्होंने आंगनवाड़ी वर्करों से अपील की कि वह गर्भवती महिलाओं, दूध पिलाने वाली माताओं, कुपोषित बच्चों की तरफ ओर ध्यान दें।
इस मौके पर बोलते हुये विभाग के प्रमुख सचिव राज़ी पी. श्रीवास्तव ने कहा कि विभाग की तरफ से शुरू किये गए पोषण वाटिका के सार्थक निष्कर्ष सामने आ रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों से अपील की कि वह आंगनवाड़ी केन्द्रों में फलदार वृक्षों के साथ-साथ मेडिसनल पेड़ लगाने की ओर भी ध्यान दें और यह पेड़ आंगनवाड़ी केंद्र के नज़दीक सांझा ज़मीनों पर भी लगाए जाएँ जिससे स्थानीय लोगों को भी इसका लाभ हो सके।

और पढ़ें: अरुणा चौधरी द्वारा आंगनवाड़ी केन्द्रों को अगले आदेशों तक बंद रखने के निर्देश

आज के इस समागम के दौरान डिजिटल पेरेंट्स मार्गदर्शक रिपोर्ट भी जारी की गई।
उन्होंने विभाग के अधिकारियों को हिदायत की कि वह विभाग द्वारा किये जा रहे रचनात्मक कामों को अधिक से अधिक प्रसार करें। इस मौके पर बढ़िया काम करने वाले जिलों का भी सम्मान किया गया। बेहतर कारगुज़ारी दिखाने वाली श्रेणी में पहले नंबर पर रूपनगर ज़िला रहा, जबकि दूसरे नंबर पर होशियारपुर, तीसरे नंबर पर जालंधर और चौथे नंबर पर फाजिल्का रहा। इसी तरह पोषण माह की गतिविधियों के लिए पहले नंबर पर साहिबज़ादा अजीत सिंह नगर, दूसरे नंबर पर फ़िरोज़पुर, तीसरे नंबर पर रूपनगर, चौथे नंबर पर मुक्तसर और जालंधर पाँचवे नंबर पर रहा। इसी तरह प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में पहले नंबर पर साहिबज़ादा अजीत सिंह नगर, दूसरे नंबर पर मानसा, तीसरे नंबर पर बरनाला, चौथे नंबर पर फरीदकोट और पठानकोट पाँचवे नंबर पर रहा।
इस मौके पर अन्यों के इलावा डायरैक्टर सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास श्री विपुल उज्जवल, ज्वाइंट डायरैक्टर श्रीमती विम्मी भुल्लर और विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

Spread the love